तीन महीने की गिरावट के बाद खुदरा महंगाई फिर बढ़ी, जानें वजह

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तीन महीने की गिरावट के बाद खुदरा महंगाई फिर बढ़ी, जानें वजह
13 Sep 2022
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News Synopsis

देश में खुदरा महंगाई Retail Inflation एक बार फिर बढ़ गई है। तीन महीने की गिरावट के बाद अगस्त महीने में खुदरा महंगाई एक बार फिर बढ़कर सात फीसदी पर पहुंच गई है। इससे खाद्य पदार्थ की कीमतों Food Prices में तीन महीने से जारी गिरावट थम गई है। अब भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India पर एक बार फिर बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए अधिक आक्रामक तरीके से दरों को बढ़ाने का दबाव बढ़ गया है। ताजा आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक इस वर्ष के हर महीने में खुदरा महंगाई दर आरबीआई RBI के टॉलरेंस बैंड Tolerance Bands 2 से छह फीसदी के बीच के लेवल से ऊपर बना हुआ है।

जबकि हाल के हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतों में काफी गिरावट आई है, लेकिन मुद्रास्फीति Inflation पर सकारात्मक प्रभाव Positive Impact नहीं पड़ सका है क्योंकि ईंधन का सभी उपभोक्ता वस्तुओं की श्रेणी में बहुत छोटा हिस्सा है। वहीं, खाद्य पदार्थों की महंगाई Inflation का हिस्सा कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स Consumer Price Index (CPI) में लगभग आधा है। इसमें बढ़ोतरी दर्ज की गई, क्योंकि इस बार रिकॉर्ड गर्मी पड़ने से गेहूं, चावल और दालों की कीमतें उछलीं हैं। इससे पहले से महंगाई की मार झेल रहे घरेलू बजट Household Budget पर दबाव बढ़ा है।

आंकड़ों की मानें तो, खाद्य पदार्थों की महंगाई दर अगस्त में 7.62 प्रतिशत रही, जो जुलाई में 6.69 प्रतिशत और अगस्त 2021 में 3.11 प्रतिशत थी। गौर करने वाली बात ये है कि इस बार देश में मानसून Monsoon का अनियमित रहना फसलों के अधिक नुकसान का संकेत देता है। इससे आने वाले महीनों में खाद्य पदार्थों की कीमतें और बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।