RBI: बैंकों में होगा बड़ा बदलाव!, प्राइवेटाइजेशन के बाद केंद्रीय बैंक का बड़ा फैसला

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RBI: बैंकों में होगा बड़ा बदलाव!, प्राइवेटाइजेशन के बाद केंद्रीय बैंक का बड़ा फैसला
02 Dec 2022
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News Synopsis

RBI: देश के केंद्रीय बैंक Central Bank यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया Reserve Bank Of India बैंकों को लेकर बड़ी योजना तैयार कर रहा है। जिसका फायदा देशभर के करोड़ों ग्राहकों को मिल सकेगा। आरबीआई RBI ने इस बारे में सर्कुलर जारी कर जानकारी दी है। बैंकों के निजीकरण Privatization of banks से लेकर उनको अलग-अलग श्रेणियों में बांटने के साथ ही आरबीआई कई तरह के प्लान बना रहा है, जिससे देशभर की बैंकिंग व्यवस्था banking system को दुरुस्त किया जा सके।

गौर करने वाली बात ये है कि अब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शहरी सहकारी बैंकों urban co-operative banks को श्रेणीबद्ध करने के लिए खास प्लान तैयार किया है।  इसके लिए चार-स्तरीय नियामकीय प्रारूप का ऐलान किया गया है। साथ ही इन बैंकों के नेटवर्थ एवं पूजी  net worth and capital of banks पर्याप्तता से संबंधित मानक भी जारी किए गए हैं। रिजर्व बैंक की ओर से जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक, शहरी सहकारी बैंकों के लिए इन बदलावों की घोषणा की गई है। इन बैंकों के श्रेणीकरण की चार-स्तरीय नियामकीय व्यवस्था  four-tier regulatory framework तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगी।

यह प्रारूप सहकारी बैंकों के पास जमा के आकार पर आधारित है। सर्कुलर के मुताबिक, फिलहाल UCB को अभी टियर-1 और टियर-2 Tier-1 and Tier-2 की दो श्रेणियों में बांटा जाता है, लेकिन अब इसकी चार श्रेणियां बनाई जाएंगी। रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने कहा है कि छोटे आकार के सहकारी बैंकों के बीच सहयोग की भावना बनाए रखने के लिए एक प्रारूप की जरूरत महसूस की जा रही थी।

वहीं अगर कैटेगरी की बात करें तो, टियर-1 के यूसीबी के रूप में 100 करोड़ रुपए तक जमा रखने वाले सहकारी बैंक होंगे। टियर-2 के यूसीबी के रूप में 100 करोड़ से लेकर 1,000 करोड़ रुपए तक जमा वाले, टियर-3 के तहत 1,000 करोड़ से 10,000 करोड़ रुपए तक जमा वाले और टियर-4 के तहत 10,000 करोड़ रुपए से अधिक जमा वाले शहरी सहकारी बैंक होंगे।