रेलवे ने कहा- 100 'वंदे भारत' ट्रेनों में होगा तकनीक का प्रयोग, जानें मामला

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रेलवे ने कहा- 100 'वंदे भारत' ट्रेनों में होगा तकनीक का प्रयोग, जानें मामला
26 Nov 2022
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News Synopsis

2025-26 तक भारत india को अपनी पहली झुकने वाली ट्रेन first tilting train मिलने की उम्मीद है। इस तकनीक technology का इस्तेमाल 100 वंदे भारत ट्रेनों 100 vande bharat trains के निर्माण में किया जा रहा है। रेलवे के एक अधिकारी ने शुक्रवार इसको लेकर जानकारी साझा की है। अधिकारी ने अपने बयान में जानकारी देते हुए बताया है कि 2025 तक बनने वाली 400 वंदे भारत ट्रेनों में से 100 में यह तकनीक होगी। अधिकारी के मुताबिक, "हमारे पास देश में झुकने वाली ट्रेनें होंगी।

हम इसके लिए एक प्रौद्योगिकी भागीदार technology partner के साथ गठजोड़ करेंगे। हमारे पास अगले दो से तीन वर्षों में 100 वंदे भारत ट्रेनों में यह तकनीक होगी।" टिल्टिंग ट्रेनों tilting trains में नियमित ब्रॉड-गेज ट्रैक broad-gauge track पर उच्च गति को सक्षम करने वाला एक तंत्र लगा होता है। वे ट्रैक पर मोड़ या वक्र पर अपना तालमेल बिठाकर झुकते हैं। ऐसी ट्रेनें वर्तमान में 11 देशों- इटली italy, पुर्तगाल portugal, स्लोवेनिया slovenia, फिनलैंड finland, रूस russia, चेक गणराज्य czech republic, ब्रिटेन britain, स्विट्जरलैंड switzerland, चीन china, जर्मनी और रोमानिया germany and romania में चल रही हैं।

इस तरह की ट्रेनें कैसे काम करती हैं? इस बारे में बताते हुए एक अधिकारी ने कहा कि जैसे ही ट्रेन स्पीड के साथ किसी मोड़ पर मुड़ती है, इसके फिसलने का खतरा रहता है। इससे ट्रेन के भीतर चीजें फिसल सकती हैं। इससे ट्रेन में बैठने वाले यात्री आर्मरेस्ट armrest से कुचला हुआ महसूस करते हैं और अपना संतुलन खो बैठते हैं। उन्होंने कहा- झुकने वाली ट्रेनें हमें इस स्थिति से बचाती हैं। वहीं भारतीय रेलवे  Indian Railways ने ऐसी ट्रेनों के संबंध में अतीत में विभिन्न विकल्पों की खोज की है, लेकिन कभी भी किसी भी डिटेल्स को अंतिम रूप से नहीं दिया गया है।

रेलवे ने इस तकनीक के लिए लिए स्पेनिश निर्माता टैल्गो Talgo के साथ-साथ स्विट्जरलैंड सरकार Government of Switzerland के साथ भी चर्चा की है। रेलवे 2025-26 तक यूरोप, दक्षिण अमेरिका और पूर्वी एशिया South America and East Asia के बाजारों में वंदे भारत ट्रेनों का प्रमुख निर्यातक बनने की ओर बढ़ रहा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, स्लीपर कोच Sleeper Coaches वाली स्वदेशी ट्रेनों का नवीनतम संस्करण 2024 की पहली तिमाही तक चालू हो जाएगा। 

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