कोरोना महामारी में बढ़ा प्राइवेट सेक्टर का कर्ज

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कोरोना महामारी में बढ़ा प्राइवेट सेक्टर का कर्ज
19 Apr 2022
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News Synopsis

पिछली कुछ सालों में कोरोना महामारी corona pandemic ने हर क्षेत्र में नुकसान पहुंचाया है। इसी कड़ी में कोरोना ने निजी सेक्टर का कर्ज बढ़ा दिया है। इसके असर से जीडीपी GDP में 1.3-0.9% की गिरावट आ सकती है। चेतावनी देते हुए इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड international monetary fund (IMF) ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान प्राइवेट सेक्टर private sector पर कर्ज काफी बढ़ गया है और इसके चलते विकासशील देशों developing countries की आर्थिक ग्रोथ economic growth को अगले तीन साल में 1.3 फीसदी तक कम कर सकता है।

विकसित देशों की आर्थिक ग्रोथ को भी इससे नुकसान पहुंचेगा, लेकिन यह नुकसान काफी कम 0.9 फीसदी ही होगा। IMF ने सोमवार को 'वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक' world economic outlook नाम से जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। IMF ने कहा, "ग्लोबल लेवल पर निजी कर्ज 2020 में बढ़कर जीडीपी के 13 फीसदी पर पहुंच गया और यह लगभग हर देश में बढ़ा है और इसकी रफ्तार 2008 के ग्लोबल आर्थिक संकट global economic crisis से भी तेज रही है और साथ ही इसमें अब पब्लिक कर्ज की तरफ तेज बढ़ोतरी दिख रही है।" IMF ने सोमवार को कहा कि प्राइवेट सेक्टर पर कर्ज रूस-यूक्रेन युद्ध Russia-Ukraine war के पहले ही काफी बढ़ गया था और अभी तक युद्ध का प्राइवेट सेक्टर के बैंलेस शीट balance sheet पर पड़ने वाले असर का आकलन नहीं किया गया है।