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पीएम नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को वाराणसी को 28 परियोजनाओं की सौगात देंगे

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पीएम नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को वाराणसी को 28 परियोजनाओं की सौगात देंगे
03 Jul 2023
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News Synopsis

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi सात जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रस्तावित दौरे पर काशी आ सकते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री काशी को करीब तीन हजार करोड़ की कई योजनाओं की सौगात देंगे, एक बयान में कहा गया कि इसमें प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जाना है।

पीएम मोदी के विजन को साकार करने में जुटी योगी सरकार लोकार्पित और शिलान्यास की जाने वाली सभी परियोजनाओं की सूची तैयार कर रही है, हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Chief Minister Yogi Adityanath ने एक बयान जारी कर अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।

साथ ही प्रधानमंत्री काशी की मोक्षस्थली माने जाने वाले मणिकर्णिका घाट के जीर्णोद्धार और पुनर्विकास कार्य Restoration and Redevelopment Work of Manikarnika Ghat का शिलान्यास भी कर सकते हैं, बयान के अनुसार प्रशासन प्रधानमंत्री की संभावित यात्रा को लेकर अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटा है।

भगवान शिव की नगरी काशी को मोक्ष दायिनी माना जाता है। कि मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार करने से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। इस घाट पर स्वयं भगवान शिव जीव को तारक मंत्र देने आते हैं। देश के प्रतिष्ठित स्थानों में से एक मणिकर्णिका घाट के श्मशान घाट Cremation Grounds of Manikarnika Ghat को मृतकों के लिए आधुनिक, सुलभ और सुविधाजनक बनाने के लिए योगी सरकार मिशन मोड में लगी हुई है।

मणिकर्णिका घाट का पुनर्विकास कार्य सीएसआर फंड से किया जाएगा।

इसको लेकर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन National Mission for Clean Ganga से भी अनुमति मिल गयी है, इसमें मणिकर्णिका कुंड Manikarnika Kund, रत्नेश्वर महादेव मंदिर Ratneshwar Mahadev Temple आदि का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

पौराणिक मान्यता की धार्मिक यात्रा पंचक्रोशी परिक्रमा Panchkroshi Parikrama यहीं से प्रारंभ और समाप्त होती है। इसके अलावा दुनिया के एकमात्र मोक्ष स्थल जहां 24 घंटे दाह संस्कार होता है, उसे देखने के लिए भी हर दिन दुनिया भर से हजारों पर्यटक यहां आते हैं।

बिहार, छत्तीसगढ़ समेत पूर्वांचल से लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए देश के प्रतिष्ठित स्थानों में से एक मणिकर्णिका पहुंचते हैं। इसे देखते हुए योगी सरकार ने मणिकर्णिका घाट और आसपास की विरासत इमारतों और मंदिरों के पुनर्विकास की योजना बनाई है।

जानकारी के मुताबिक मणिकर्णिका घाट से लेकर तारकेश्वर मंदिर Tarakeshwar Temple तक का भवन नागर शैली में विकसित किया जाएगा, तारकेश्वर महादेव मंदिर और तारकेश्वर महादेव से दत्तात्रेय पादुका Dattatreya Paduka from Tarakeshwar Mahadev तक तीन मंजिलों का निर्माण किया जाएगा।

मणिकर्णिका घाट के पुनर्विकास और जीर्णोद्धार की योजना और डिजाइन कर रही प्लानर इंडिया कंपनी के अध्यक्ष श्यामलाल Shyamlal Chairman of Planner India Company ने कहा कि 17.56 करोड़ की लागत से घाट और आसपास की ऐतिहासिक इमारतों और मंदिरों का पुनर्विकास प्रस्तावित है। रूपा फाउंडेशन सीएसआर फंड Rupa Foundation CSR Fund से इसे कराने को तैयार है।

उन्होंने बताया कि मणिकर्णिका घाट मोक्ष स्थली का द्वार है, और यहां शव पंजीकरण कार्यालय भी बनाया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा शवों और शवों को दाह संस्कार स्थल तक पहुंचने के लिए अलग-अलग रास्ते, दाह संस्कार से पहले किए जाने वाले धार्मिक अनुष्ठान आदि के लिए विशेष स्थान, शव स्नान आदि की व्यवस्था की जाएगी। ऊपर एक श्मशान घाट बनाया जाएगा।

बाढ़ के उच्चतम बिंदु के ऊपर छत पर वीआईपी के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था होगी। घाट के पास बेतरतीब ढंग से रखी लकड़ियों के कारण दाह संस्कार के लिए आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती थी, अब लकड़ी विक्रेताओं के लिए व्यवस्थित प्लाजा होगा, जहां लकड़ी का भंडारण भी किया जा सकेगा।

जल परिवहन द्वारा घाट तक लकड़ी लाने के लिए रैंप का निर्माण, जन सुविधा के लिए शौचालय, पेयजल, प्रतीक्षालय, देखने का क्षेत्र, मणिकर्णिका, चक्र पुष्कर्णी कुंड, तारकेश्वर मंदिर, रत्नेश्वर मंदिर और दत्तात्रेय पादुका के आसपास विरासत स्मारकों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में अपशिष्ट निपटान प्रणाली, संचालन और रखरखाव के साथ संस्थागत ढांचा और सीसीटीवी भी लगाए जाएंगे।

मणिकर्णिका घाट पर लोग सिर्फ दाह-संस्कार के लिए ही नहीं आते, बल्कि इस मोक्षस्थली को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं। योगी सरकार अब इस पूरे क्षेत्र को बड़े पैमाने पर विकसित करने की तैयारी में जुट गई है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री कर सकते हैं।