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पीएम मोदी ने शिंजो आबे के साथ बिताए पलों को किया याद

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पीएम मोदी ने शिंजो आबे के साथ बिताए पलों को किया याद
09 Jul 2022
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News Synopsis

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री Former Prime Minister of Japan और पीएम मोदी के बहुत अच्छे दोस्त शिंजो आबे Shinzo Abe का शुक्रवार को निधन हो गया था, इस घटना के बाद दुनियाभर में शोक की लहर दौड़ गई है। भारत सरकार ने भी शिंजो आबे के सम्मान में एक दिन के राष्ट्रीय शोक National Condolence की घोषणा की है। आज भारत में राष्‍ट्रीय शोक के रूप में सभी इमारतों पर तिरंगा आधा झुका रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने घटना पर शोक संवेदना जताई और शुक्रवार शाम को शिंजो आबे की याद में एक ब्‍लाग लिखा है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi ने शिंजो आबे को याद करते हुए कहा कि वह जापान के एक उत्कृष्ट राजनेता, एक महान वैश्विक राजनेता और भारत-जापान मित्रता Indo-Japan Friendship के प्रबल हिमायती शिंजो अब हमारे बीच नहीं हैं। जापान और पूरी दुनिया ने एक महान दूरदर्शी राजनेता और मैंने अपने एक अत्यंत प्रिय मित्र को खो दिया है। मैं वर्ष 2007 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी जापान यात्रा के दौरान पहली बार उनसे मिला था। उस पहली मुलाकात के बाद से ही हमारी दोस्ती कार्यालय की समस्त औपचारिकताओं और आधिकारिक प्रोटोकाल के बंधनों से कहीं आगे निकल गई थी।

पीएम मोदी ने कहा कि क्योटो में तोजी मंदिर Toji Temple in Kyoto का दर्शन करना, शिंकानसेन पर हमारी ट्रेन यात्रा, अहमदाबाद में साबरमती आश्रम की हमारी यात्रा, काशी में गंगा आरती Ganga Aarti in Kashi टोक्यो में विस्तृत चाय समारोह, हमारी यादगार मुलाकातों की सूची वास्तव में बेहद लंबी है। इसके साथ ही हमारा व्यक्तिगत जुड़ाव हमेशा की तरह अत्यंत मजबूत बना रहा। आगे मोदी ने कहा कि भारत और जापान के बीच रणनीतिक साझेदारी में अभूतपूर्व परिवर्तन लाने के लिए उनके साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। पीएम ने जिक्र करते हुए कहा कि भारत-जापान संबंधों में उनके योगदान के लिए 2021 में उन्हें प्रतिष्ठित पद्म विभूषण Padma Vibhushan से सम्मानित किया गया था।

अपनी बात जारी रखते हुए पीएम ने कहा कि उनके पास भारत-जापान की मित्रता को और मजबूत करने के बारे में कुछ इनोवेटिव आइडिया Innovative Idea थे। उस दिन जब मैंने उन्हें अलविदा कहा था, तो मैंने सोचा भी नहीं था कि वो हमारी आखिरी मुलाकात होगी। मैं उनकी गर्मजोशी और बुद्धिमत्ता, गरिमा व उदारता, दोस्ती और मार्गदर्शन के लिए हमेशा ऋणी रहूंगा। मुझे उनकी बहुत याद आएगी। मैं भारत के लोगों की ओर से और अपनी ओर से जापान के लोगों, विशेष रूप से श्रीमती अकी आबे Mrs. Aki Abe और उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।