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भारत में 7.3 फीसदी आबादी के पास है क्रिप्टोकरेंसी, जानें डिटेल्स

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भारत में 7.3 फीसदी आबादी के पास है क्रिप्टोकरेंसी, जानें डिटेल्स
13 Aug 2022
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News Synopsis

पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी Cryptocurrencies का इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ा है। भारत india में भी बड़ी संख्या में लोगों ने इस डिजिटल मुद्रा digital currency में निवेश कर रखा है। 2021 में 7.3 फीसदी भारतीय आबादी के पास क्रिप्टोकरेंसी थी। संयुक्त राष्ट्र की व्यापार एवं विकास संस्था United Nations trade and development body यूएनसीटीएडी UNCTAD ने एक रिपोर्ट में कहा है कि, क्रिप्टोकरेंसी रखने वाली आबादी की हिस्सेदारी के लिहाज से शीर्ष-20 अर्थव्यवस्थाओं में से 15 विकासशील अर्थव्यवस्थाएं  developing economies शामिल हैं। सूची में भारत सातवें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान Pakistan 4.1 फीसदी के साथ 15वें स्थान पर है।

वहीं इस सूची में यूक्रेन Ukraine सबसे आगे है। यूएनसीटीएडी का कहना है कि कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। इसमें विकासशील developing देश भी शामिल हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि डिजिटल मुद्रा का इस्तेमाल महंगाई से लड़ने के लिए किया जा रहा है। लेकिन, इसमें हालिया गिरावट से पता चलता है कि क्रिप्टो रखने के निजी जोखिम private risk हैं। केंद्रीय बैंक वित्तीय स्थिरता financial stability को लेकर कदम उठाता है तो समस्या सार्वजनिक हो जाती है।

अगर क्रिप्टोकरेंसी भुगतान का व्यापक माध्यम बन जाती है और अनाधिकारिक रूप से घरेलू मुद्रा की जगह ले लेती है तो इससे देशों की मौद्रिक संप्रभुता खतरे में पड़ सकती है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष International Monetary Fund (आईएमएफ) ने भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पहले ही अपनी चिंता जाहिर कर दी है। क्रिप्टोकरेंसी के खतरे से बचने के लिए यूएनसीटीएडी ने सलाह दी है कि विकासशील देशों को नकदी का प्रवाह बनाए रखना चाहिए। नकदी को जारी करने और इसके वितरण में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।