एक नियामक के रूप में हमारा काम दिशा-निर्देश जारी करना- RBI गवर्नर

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एक नियामक के रूप में हमारा काम दिशा-निर्देश जारी करना- RBI गवर्नर
24 Aug 2022
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News Synopsis

भारत India के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India के गवर्नर शक्तिकांत दास Governor Shaktikanta Das ने मंगलवार को एक मीडिया हाऊस के साथ बातचीत में का कि भारतीय रिजर्व बैंक बैंकिंग क्षेत्र Banking Sector के नियामक के रूप में स्वामित्व के मामले में तटस्थ है। गौर करने वाली बात ये है कि रिजर्व बैंक की ओर से इसी महीने जारी बुलेटिन Bulletin में कहा गया था कि सरकार को बैंकों के निजीकरण Privatization of Banks में धीमा रुख अपनाना चाहिए। इससे फाइनेंशियल इनक्लूजन Financial Inclusion के सामाजिक लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। वहीं बाद में आरबीआई की ओर कहा गया था कि ये लेखक के 'निजी विचार' हैं।

जरूरी नहीं है कि आरबीआई उससे सहमत हो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि एक नियामक के रूप में हम दिशा-निर्देश तय करते हैं और यह सुनिश्चित करना हमारा काम है कि उन दिशा-निर्देशों का पालन हो जिसे बैंकिग क्षेत्र सुव्यवस्थित तरीके से अपना काम करता रहे। आरबीआई गवर्नर के अनुसार बैंक मजबूत होते हैं, वे बेहतर तरीके से पूंजीकृत होते हैं। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि उनके वित्तीय मानदंड Financial Norms मजबूत हों। आरबीआई गवर्नर ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में कहा है कि हम बैंकों स्वामित्व के प्रति अज्ञेयवादी हैं, हम इस मामले में तटस्थ हैं।

उनपर मालिकाना हक किनका है एक नियामक के रूप में हमें इससे कोई खास मतलब नहीं है। यह बैंक के स्वामियों को तय करना होता है कि वे कितनी शेयरहोल्डिंग  Shareholding रखते हैं या किसी दूसरे को कितनी शेयरहोल्डिंग देते हैं? वे अपनी शेयर होल्डिंग सार्वजनिक करें या फिर जिसे चाहे दें एक नियामक के तौर पर हम तटस्थ हैं।