मून बेवरेजेज ने 4,000 करोड़ के निवेश के बाद IPO की योजना बनाई

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मून बेवरेजेज ने 4,000 करोड़ के निवेश के बाद IPO की योजना बनाई
23 Apr 2025
6 min read

News Synopsis

भारत में Coca-Cola की प्रमुख बोतल बनाने वाली कंपनी मून बेवरेजेज और विविधीकृत MMG Group की मेंबर कंपनी अपनी महत्वाकांक्षी ग्रोथ स्ट्रेटेजी का समर्थन करने के लिए IPO पर विचार कर रही है। 

कंपनी के वाईस चेयरमैन अनंत अग्रवाल ने कहा कि मून बेवरेजेज का लक्ष्य प्रोडक्शन कैपेसिटी में वृद्धि और मार्केट विस्तार के माध्यम से अगले तीन से चार वर्षों में अपने रेवेनुए को दोगुना करना है। हालांकि आईपीओ के लिए कोई विशिष्ट समय-सीमा का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा अभी चल रही है।

Growth Plans and Investments

Moon Beverages ने अगले कुछ वर्षों में अपने राजस्व को दोगुना करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इसे प्राप्त करने के लिए कंपनी अपनी प्रोडक्शन क्षमताओं को बढ़ाने और अपनी मार्केट उपस्थिति का विस्तार करने की योजना बना रही है। अनंत अग्रवाल ने कहा कि ग्रुप ने पहले ही मून बेवरेजेज में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इस निवेश में अधिग्रहण, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और कैपेसिटी विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। कंपनी दो नए बॉटलिंग प्लांट खोलने वाली है, एक गुवाहाटी, असम में और दूसरा राउरकेला, ओडिशा में। इन फैसिलिटीज से कंपनी की बोतल भरने की क्षमता 7,000 बोतल प्रति मिनट बढ़ जाएगी, जो पांच प्लांट में 10,000 बोतल प्रति मिनट की मौजूदा कैपेसिटी को पूरा करेगी।

अनंत अग्रवाल ने कहा कि भारत में सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में अभी भी बहुत कम पहुंच है। उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी ग्रोथ स्ट्रेटेजी के लिए प्रतिबद्ध है, और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक निवेश करने के लिए तैयार है।

Strategic Acquisitions and Market Presence

वर्तमान में मून बेवरेजेज भारत में SLMG और कंधारी ग्लोबल के बाद तीसरी सबसे बड़ी कोका-कोला बॉटलर है। कंपनी ने रणनीतिक अधिग्रहणों के माध्यम से अपने फुटप्रिंट का काफी विस्तार किया है, जिसमें हाल ही में हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज से झारखंड में बॉटलिंग ऑपरेशन की खरीद शामिल है। इस अधिग्रहण ने दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मून बेवरेजेज की उपस्थिति को मजबूत किया है।

कंपनी का अधिग्रहणों के माध्यम से ग्रोथ का इतिहास रहा है, जिसने 2020 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन संभाला था, उसके बाद पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर में विस्तार किया। अनंत अग्रवाल ने कहा कि मून बेवरेजेज इस अधिग्रहण स्ट्रेटेजी को जारी रखने का इरादा रखता है, आगे क्षेत्रीय ग्रोथ के लिए खुला है, और कोका-कोला के साथ सहयोग में इंटरनेशनल अवसरों की खोज कर रहा है।

Future Outlook and Market Confidence

मून बेवरेजेज अग्रवाल परिवार के स्वामित्व वाले एमएमजी ग्रुप का हिस्सा है, जिसके आयल और गैस, हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट सहित विविध हित हैं। कंपनी अगले पांच वर्षों में ईयर-ऑन-ईयर 20% की मजबूत वृद्धि दर बनाए रखने के बारे में आशावादी है। यह भरोसा भारत में विकसित हो रहे बेवरेज मार्केट और इसके विस्तार की क्षमता में कंपनी के विश्वास को दर्शाता है।

अनंत अग्रवाल के बयान बेवरेज सेक्टर में ग्रोथ और इनोवेशन के लिए कंपनी की कमिटमेंट को रेखांकित करते हैं। जैसा कि मून बेवरेजेज अपने आईपीओ की तैयारी कर रहा है, और अपने ऑपरेशन में निवेश करना जारी रखता है, इसका लक्ष्य कॉम्पिटिटिव सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में अपनी स्थिति को मजबूत करना और उभरते अवसरों का लाभ उठाना है। विस्तार और निवेश के लिए कंपनी का प्रोएक्टिव एप्रोच इसे इंडस्ट्री में भविष्य की सफलता के लिए अच्छी स्थिति में रखता है।