मीशो का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया

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मीशो का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया
03 Dec 2025
7 min read

News Synopsis

सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी मीशो का IPO आज से पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है, कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 105-111 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जबकि आईपीओ का साइज 5,421 करोड़ रुपये है, अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्युएशन करीब 50,100 करोड़ रुपये बैठता है, यह आईपीओ 5 दिसंबर 2025 को बंद होगा, एंकर निवेशक 2 दिसंबर को इसके लिए बोली लगा पाएंगे। 

कुल इश्यू साइज 5,421 करोड़ रुपये है, इसमें से Meesho 4,250 करोड़ रुपये का नया इश्यू जारी करेगी, जबकि मौजूदा शेयरहोल्डर 1,170 करोड़ रुपये के शेयर ओएफएस (OFS) के जरिए बेचेंगे, आईपीओ को लेकर ब्रोकरेज हाउस पॉजिटिव हैं, और सब्सक्राइब करने की सलाह दे रहे हैं।

SBI सिक्योरिटीज: लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करें

SBI सिक्योरिटीज के अनुसार Meesho जीरो-कमीशन मॉडल पर काम करती है, और उसकी अधिकतर कमाई लॉजिस्टिक्स और विज्ञापन से होती है, कंपनी अभी भी कुल मिलाकर नुकसान में है (विशेष खर्च हटाने के बाद भी), लेकिन पिछले दो सालों से यह पॉजिटिव फ्री कैश फ्लो बना रही है।

Meesho ने FY25 में 2,487 करोड़ रुपये और FY26 की पहली छमाही (1HFY26) में 72 करोड़ रुपये टैक्स चुकाया है, यह टैक्स एक बिजनेस-कॉम्बिनेशन इवेंट की वजह से लगा था, जो अब पूरा हो चुका है, इसलिए आगे ऐसी बड़ी टैक्स राशि फिर से आने की संभावना कम है, जिससे कंपनी के नुकसान घटने में मदद मिल सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार 111 रुपये के अपर प्राइस बैंड पर Meesho का वैल्यूएशन 5.3 गुना FY25 प्राइस-टू-सेल्स के बराबर है (इश्यू के बाद), ब्रोकरेज का मानना है, कि कंपनी के लिए लाभ में लगातार सुधार लाना बहुत जरूरी होगा, क्योंकि टेक्नॉलजी, मार्केटिंग और इंजीनियरिंग पर खर्च आगे भी जारी रहेगा, इसलिए कट-ऑफ प्राइस पर लंबी अवधि के नजरिए से सब्सक्राइब करने की सलाह है। 

Arihant Capital: सब्सक्राइब

अरिहंत कैपिटल के एनालिस्ट ने कहा कि Meesho का आउटलुक मजबूत है, इसका कारण है, कंपनी का बढ़ता हुआ स्केल Meesho AI Labs की मदद से AI आधारित दक्षता, और नए ग्रोथ एरिया जैसे कॉन्टेंट कॉमर्स, Meesho Mall और फाइनेंशियल सर्विसेज के पायलट प्रोजेक्ट। 

भारत में कॉन्टेंट कॉमर्स की पहुंच अभी भी चीन की तुलना में बहुत कम है, इसलिए Meesho के पास इस क्षेत्र में बढ़ने का बड़ा मौका है, खासकर क्योंकि वह Tier-2 और उससे छोटे शहरों के बाजारों पर ध्यान दे रहा है, जहां 692–706 मिलियन स्मार्टफोन यूज़र्स मौजूद हैं।

ब्रोकरेज ने Meesho के कई सुधारते हुए इंडीकेटर्स पर जोर दिया है, ऑर्डर की संख्या बढ़ रही है (पिछले 12 महीनों में औसत 9.5 ऑर्डर), ग्राहक हासिल करने की लागत (CAC) कम हो रही है, लॉजिस्टिक्स लागत भी घटकर चीन के स्तर के करीब पहुंच रही है (FY25 में 43 रुपये प्रति ऑर्डर)।

H1 में 44% NMV ग्रोथ के साथ ब्रोकरेज को उम्मीद है, कि Meesho आगे 30% से अधिक GMV CAGR बनाए रख सकता है, और फ्री कैश फ्लो भी मजबूत रहेगा, हालांकि मैक्रो इकोनॉमिक चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा बड़े जोखिम बने रहेंगे, ब्रोकरेज के अनुसार 111 रुपये के अपर प्राइस बैंड पर यह इश्यू FY26E की अनुमानित सालाना आय के आधार पर 2.3 गुना P/S रेश्यो पर वैल्यूड है, इसलिए लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह है।

GMP: ग्रे मार्केट में क्रेज

इश्यू से पहले निवेशकों की दिलचस्पी काफी मजबूत दिखाई दे रही है, Meesho के IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) फिलहाल लगभग 51 रुपये है, इसका मतलब है, कि शेयर की लिस्टिंग करीब 162 रुपये पर हो सकती है, जो कि ऊपरी प्राइस बैंड 111 रुपये से लगभग 45% ज्यादा है।

हालांकि GMP कोई आधिकारिक संकेतक नहीं होता और इसमें तेजी से उतार-चढ़ाव आ सकता है, लेकिन मौजूदा रुझान बताता है, कि लिस्टिंग के दिन IPO की मांग काफी मजबूत रह सकती है।

कहां होगा फंड का इस्तेमाल

भारत के छोटे शहरों में ई-कॉमर्स तेजी से बढ़ रहा है, और Meesho इन वैल्यू-कॉमर्स सेगमेंट में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है, Meesho अपने नए इश्यू से मिले पैसे का उपयोग मुख्य रूप से इन कामों में करेगी -

> बिजनेस का विस्तार

> टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना

> लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन को बेहतर बनाना

> सेलर इकोसिस्टम को और बड़ा करना

क्या हैं, रिस्क फैक्टर्स?

Meesho को अभी भी लगातार मुनाफे की ओर बढ़ने का स्पष्ट रास्ता बनाना होगा। 

बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा है।

नए ग्राहकों को जोड़ने की लागत जल्दी बढ़ सकती है।

सेलर्स की क्वालिटी का प्रबंधन एक चुनौती बना रहता है।

रिटर्न रेट, लॉजिस्टिक खर्च और वर्किंग कैपिटल को नियंत्रण में रखना जरूरी होगा, तभी कैश फ्लो सुधर सकता है।

कंपनी के बारे में:

2015 में स्थापित Meesho ने भारत के वैल्यू-कॉमर्स सेगमेंट में मजबूत पकड़ बनाई है, यह बेंगलुरु स्थित कंपनी लाखों छोटे और मध्यम कारोबारियों को कीमत-संवेदनशील ग्राहकों से जोड़ती है, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में। 

Meesho एक एसेट-लाइट मॉडल पर काम करती है, यानी कंपनी अपना इन्वेंट्री खुद नहीं रखती, बल्कि थर्ड-पार्टी सेलर्स और लॉजिस्टिक पार्टनर्स पर निर्भर रहती है, इससे फैशन, होम गुड्स और पर्सनल केयर जैसी कैटेगरी में कंपनी तेजी से बढ़ सकी है, यही मॉडल Meesho को बड़े ई-कॉमर्स खिलाड़ियों के लिए एक मजबूत चुनौती के रूप में उभरने में मदद करता है।