JSW एनर्जी 2030 की समय सीमा से पहले 20 GW लक्ष्य हासिल करेगी

News Synopsis
जेएसडब्ल्यू एनर्जी JSW Energy अपनी पिछली कैपेसिटी एडिसन कमिटमेंट पर फिर से विचार करेगी, क्योंकि उसे उम्मीद है, कि वह समयसीमा से कुछ साल पहले ही ओवरआल लक्ष्य तक पहुंच जाएगी।
केवल छह महीने के अंतराल में दो अधिग्रहणों के बाद FY25 के अंत तक जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने 2030 तक 20 गीगावाट के घोषित लक्ष्य का 60% से अधिक हासिल कर लिया। इसने FY25 के दौरान 3.6 गीगावाट जोड़ा, जो एक साल में इसका अब तक का सबसे अधिक था।
जेएसडब्ल्यू एनर्जी के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ शरद महेंद्र Sharad Mahendra ने कहा "इस साल हम पिछले साल की तुलना में अधिक जोड़ेंगे। जिस तरह की कैपेसिटी हम स्थापित कर रहे हैं, उससे हम 20 गीगावाट के लक्ष्य को निर्धारित समय से कुछ साल पहले ही हासिल कर लेंगे।"
यह पूछे जाने पर कि 2030 के लिए रिवाइज्ड लक्ष्य क्या होगा, शरद महेंद्र ने कहा "हम इस बारे में स्ट्रेटेजी 3.0 में बात करेंगे, जिसकी घोषणा इस साल (FY26) की पहली या दूसरी तिमाही के अंत में की जाएगी।"
800 मेगावाट की दो यूनिट्स वाली 16,000 करोड़ रुपये की प्रोजेक्ट 2030 से पहले बनकर तैयार हो जाएगी। West Bengal Power Development Corporation द्वारा आयोजित कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस के माध्यम से इस ग्रीनफील्ड कोल-फायर्ड पॉवर प्लांट को अगले चार वर्षों में चालू करने की योजना है।
2024 में JSW एनर्जी ने दशक के अंत तक 20 गीगावाट तक विस्तार करने के लिए 115,000 करोड़ रुपये का कैपिटल एक्सपेंस निर्धारित किया था। इसमें से 16,000-17,000 करोड़ रुपये पहले ही निवेश किए जा चुके हैं।
पावर जनरेशन के अलावा कंपनी पावर स्टोरेज सिस्टम पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके पास 12GWh की पंप हाइड्रो स्टोरेज प्रोजेक्ट और 1.8 GWh की बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम है, जो विभिन्न प्रोजेक्ट्स में डेवलपमेंट के अधीन है।
“बहुत से राज्य सोलर और स्टोरेज के लिए बोलियाँ लेकर आए हैं। हमने उनमें से कुछ में भाग लिया है, और जीत हासिल की है। लेकिन 6-8 घंटे जैसे लंबे स्टोरेज के लिए जब बैटरी व्यवहार्य नहीं होती है, तो पंप स्टोरेज होता है। हमने वहां भी बोली जीती है, और इसे निष्पादित करने में 4-5 साल लगेंगे। लेकिन यह एक बड़ी क्षमता है, 8 घंटे के डिस्चार्ज के लिए 1500 मेगावाट,” शरद महेंद्र ने कहा।
कंपनी की बैटरी सिस्टम प्लान में इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री के लिए बैटरी प्रोडक्शन भी शामिल है। JSW ग्रुप ने 2023 में MG मोटर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदकर ऑटोमोटिव स्पेस में कदम रखा। JSW MG मोटर इंडिया के लिए बैटरी बनाने के अलावा ग्रुप अपने स्वयं के EV प्रोडक्ट्स के इंडिपेंडेंट लॉन्च की योजना बना रहा है।
शरद महेंद्र ने कहा कि जेएसडब्ल्यू एनर्जी निवेश, क्षमता और प्लांट स्थान के संबंध में ठोस योजना बनाने से पहले ईवी बैटरी टेक्नोलॉजी को अंतिम रूप देने की प्रोसेस में है।
चालू तिमाही में जेएसडब्ल्यू एनर्जी देश की सबसे बड़ी ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट शुरू करेगी। जेएसडब्ल्यू स्टील के लिए कर्नाटक में एक प्लांट शुरू किया जाएगा जो प्रति वर्ष 3800 टन ग्रीन हाइड्रोजन और 30,000 टन ग्रीन ऑक्सीजन उत्पन्न करेगा।
FY25 में देश में पावर की मांग 4.7% बढ़ी, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में कम थी। शरद महेंद्र ने कहा "हमें उम्मीद है, कि इस साल मांग में वृद्धि पिछले साल की तुलना में बेहतर होगी, लेकिन अगर हम एनर्जी के मामले में 5-6% का रूढ़िवादी आंकड़ा भी लें, तो यह एक महत्वपूर्ण संख्या है। भारत ने पिछले साल करीब 1700 बिलियन यूनिट की खपत की।"