Jio ने रेवेन्यू मार्केट शेयर में बढ़त हासिल की

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Jio ने रेवेन्यू मार्केट शेयर में बढ़त हासिल की
09 Jun 2025
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News Synopsis

लगातार दो तिमाहियों में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी Bharti Airtel द्वारा अपने रेवेन्यू मार्केट शेयर की बढ़त को कम होते देखने के बाद Reliance Jio ने फिर से बढ़त हासिल की और मार्च तिमाही में इस प्रमुख परफॉरमेंस मीट्रिक पर सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली टेलीकॉम ऑपरेटर से आगे निकल गई।

एनालिस्ट ने कहा कि जुलाई 2024 के टैरिफ बढ़ोतरी के विलंबित फ्लो के बेनिफिट्स से चिह्नित मार्केट कैटेगरी  में जियो की मजबूत क्रमिक रेवेन्यू ग्रोथ का मतलब है, कि मार्केट लीडर ने 2024-25 की चौथी तिमाही में एक बार फिर सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली टेलीकॉम ऑपरेटर पर अपनी बढ़त बढ़ानी शुरू कर दी है। जबकि जियो ने फाइनेंसियल ईयर की दूसरी और तीसरी तिमाही में अपने आरएमएस में गिरावट देखी थी, भारती एयरटेल ने इस मामले में बेनिफिट देखा था।

ट्राई के अनुसार Jio ने क्रमिक रूप से 40 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़त हासिल की, जिससे मार्च तिमाही में इसका आरएमएस बढ़कर 42.2% हो गया, जबकि भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया का आरएमएस क्रमिक रूप से 43 बीपीएस और 70 बीपीएस घटकर क्रमशः 39.2% और 13.4% हो गया। एक आधार अंक एक प्रतिशत अंक का सौवां हिस्सा होता है।

भारती एयरटेल और वीआई ने 2024-25 की चौथी तिमाही में क्रमिक आरएमएस में गिरावट दर्ज की, क्योंकि दोनों कंपनियों ने पिछली दो तिमाहियों में टैरिफ बढ़ोतरी का पूरा बेनिफिट उठाया था। आरएमएस या "एडजस्टेड ग्रॉस रेवेनुए मार्केट शेयर" टेलीकॉम मार्केट में ओवरआल लीडरशिप को मापने वाले कैरीअर के लिए एक प्रमुख परफॉरमेंस मीट्रिक है।

ट्राई के आंकड़ों के अनुसार भारती एयरटेल ने मेट्रोज और रूरल मार्केट्स में बेनिफिट के बावजूद कुछ अर्बन सर्किलों (कैटेगरी ए और बी) में रेवेनुए खो दिया, जबकि वीआई ने अपने लीडरशिप और स्थापित सर्किलों में रेवेनुए खो दिया क्योंकि इसके कस्टमर खोने का सिलसिला जारी रहा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा "जैसा कि अपेक्षित था, जियो की Q4FY25 एजीआर मार्केट हिस्सेदारी बढ़ी है, क्योंकि इसकी एजीआर सभी कैटेगरी में बढ़ी है, और इसने 17 सर्किलों में आरएमएस भी हासिल किया है।"

हालांकि ब्रोकरेज ने कहा कि भारती एयरटेल जुलाई 2024 की टैरिफ बढ़ोतरी का सबसे बड़ा लाभार्थी बना रहेगा, जिसकी एजीआर (नेशनल लंबी दूरी, या एनएलडी सहित) मार्केट शेयर 2024-25 में 159 बीपीएस बढ़कर 39.2% हो जाएगी, जबकि जियो की 26 बीपीएस बढ़त 42.2% हो जाएगी।

एनालिसिस के अनुसार पिछले एक साल में भारती एयरटेल ने अर्बन और रूरल दोनों मार्केट्स में मजबूत मार्केट एग्जीक्यूशन और रेवेनुए बेनिफिट के बल पर, टेलीकॉम इंडस्ट्री में वर्चस्व के लिए चल रही भीषण लड़ाई के बीच, जियो के साथ आरएमएस अंतर को कम कर दिया है।

ट्राई डेटा के एनालिसिस से पता चला है, कि जियो और भारती एयरटेल के बीच आरएमएस अंतर 2024-25 की पहली तिमाही में लगभग 440 बीपीएस से घटकर मार्च तिमाही में 300 बीपीएस रह गया।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज द्वारा ट्राई डेटा के सर्किल-वाइज एनालिसिस से पता चला है, कि मार्च तिमाही में भारती एयरटेल के एजीआर में मेट्रो (quarter-on-quarter 20%) और 'सी' सर्किल (+0.2% quarter-on-quarter) में वृद्धि हुई, जबकि 'ए' सर्किल (-1.9%) और 'बी' सर्किल (-0.4%) में गिरावट आई। इसके विपरीत जियो के एजीआर में सभी कैटेगरी में वृद्धि हुई - मेट्रो (quarter-on-quarter 6.9%), ए सर्किल (+2.6%), बी (+3.2%) और सी (+3.1%) quarter-on-quarter। हालांकि घाटे में चल रहे वीआई के एजीआर में इसके लीडरशिप और स्थापित सर्किलों में क्रमशः 3.4% और 4% quarter-on-quarter की गिरावट आई।

तदनुसार तिमाही AGR (NLD रेवेनुए सहित) के मामले में जियो सबसे बड़ा लाभ कमाने वाला रहा, जिसने मार्च तिमाही में 3.1% की क्रमिक वृद्धि के साथ ₹29,800 करोड़ की रिपोर्ट की। भारती एयरटेल का तिमाही AGR (NLD रेवेनुए सहित) क्रमिक रूप से 1% बढ़कर ₹27,700 करोड़ हो गया, जबकि Vi का AGR quarter-on-quarter 2.9% घटकर ₹9,500 करोड़ रह गया।

मार्च तिमाही में टैरिफ बढ़ोतरी के कारण टॉप थ्री प्राइवेट कैरीअर का कंबाइन AGR (NLD सहित) क्रमिक रूप से 1.4% बढ़कर ₹67,000 करोड़ हो गया, जो काफी हद तक जियो के रेवेनुए लाभ से प्रेरित था। ICICI सिक्योरिटीज ने कहा कि सरकारी कंपनी BSNL को "one-off gain in Maharashtra" हुआ, जिससे तिमाही के दौरान इसका AGR क्रमिक रूप से 19.3% बढ़कर ₹3,600 करोड़ हो गया।