इंडिगो वेंचर्स ने Jeh Aerospace में 450 करोड़ का निवेश किया

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इंडिगो वेंचर्स ने Jeh Aerospace में 450 करोड़ का निवेश किया
10 Jul 2025
7 min read

News Synopsis

IndiGo के कॉर्पोरेट वेंचर कैपिटल डिवीज़न IndiGo Ventures ने 450 करोड़ रुपये के अपने पहले फंड की शुरुआती क्लोजिंग की घोषणा की है। कंपनी ने हैदराबाद स्थित एयरोस्पेस स्टार्टअप Jeh Aerospace में अपने पहले निवेश का भी खुलासा किया है, हालाँकि निवेश राशि का खुलासा नहीं किया गया है। जेह एयरोस्पेस इस फंडिंग का इस्तेमाल अपनी डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने, एआई-ड्रिवेन प्रोडक्शन अनुकूलन में सुधार लाने और सप्लाई चेन इंटीग्रेशन को मज़बूत करने के लिए करने की योजना बना रहा है।

इंडिगो वेंचर्स को पिछले साल अगस्त में सेबी की मंज़ूरी के साथ 600 करोड़ रुपये जुटाने के लिए लॉन्च किया गया था। यह फंड शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स पर केंद्रित है, जो एविएशन और संबंधित क्षेत्रों में इनोवेशन कर रहे हैं। यह प्री-सीरीज़ ए से लेकर सीरीज़ बी चरणों तक की कंपनियों को लक्षित करता है, और लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजिक एलाइनमेंट को प्राथमिकता देता है। जेह एयरोस्पेस में यह प्रारंभिक समापन और निवेश इंडिगो की ब्रॉडर इनोवेशन स्ट्रेटेजी में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो एयरोस्पेस में प्रमुख चुनौतियों से निपटने वाले एंटरप्रेन्योर का समर्थन करने के लिए ऑपरेशनल एक्सपेर्टीज़ को कैपिटल के साथ जोड़ता है।

इनोवेशन और स्ट्रेटेजिक ग्रोथ पर ध्यान केंद्रित

Jeh Aerospace की स्थापना इंडस्ट्री जगत के दिग्गज विशाल सांघवी और वेंकटेश मुद्रगल्ला ने की थी, जिन्हें टाटा के बोइंग, लॉकहीड मार्टिन और सिकोरस्की के साथ एयरोस्पेस जॉइंट वेंचर्स का अनुभव है। अपने पहले ही वर्ष में जेह एयरोस्पेस का विस्तार 100 विशेषज्ञ इंजीनियरों और तकनीशियनों की एक टीम तक हो गया। उन्होंने AS9100 स्टैंडर्ड्स को पूरा करने वाले 1,00,000 फ्लाइट-क्रिटिकल एयरोइंजन कंपोनेंट्स और प्रिसिजन टूल्स प्रदान किए हैं, और ग्लोबल एयरोस्पेस फर्मों के साथ 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर के लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल किए हैं।

इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स Pieter Elbers ने कहा "हमारी टेक्निकल एक्सपेर्टीज़ और ग्लोबल फुटप्रिंट के कॉम्बिनेशन से जेह एयरोस्पेस के साथ यह साझेदारी एयरोस्पेस और एविएशन सेक्टर में नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा देगी। यह निवेश भारत-अमेरिका एयरोस्पेस संबंधों को भी मजबूत करेगा, मेक-इन-इंडिया को आगे बढ़ाएगा और इनोवेशन को गति देगा, जिससे भारत की ग्लोबल एयरोस्पेस और एविएशन हब बनने की क्षमता को साकार करने में योगदान मिलेगा।"

भारत-अमेरिका एयरोस्पेस संबंधों को मजबूत करना

एक एविएशन मार्केट के रूप में भारत के तेज़ी से ग्रोथ के बावजूद ग्लोबल एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग में यह एक छोटा सा खिलाड़ी बना हुआ है। यह डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में एक महत्वपूर्ण अंतर को उजागर करता है। जेह एयरोस्पेस का लक्ष्य भारत के टैलेंट पूल, एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों और एआई-ड्रिवेन डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करके भविष्य के लिए तैयार एयरोस्पेस इकोसिस्टम का निर्माण करके इस समस्या का समाधान करना है।

जेह एयरोस्पेस के को-फाउंडर और सीईओ विशाल आर. संघवी ने कहा "जेह एयरोस्पेस में हम भारत की असाधारण टैलेंट, एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग और एआई-ड्रिवेन डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठाकर भविष्य के लिए तैयार एयरोस्पेस इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं। यह निवेश हमें अपने ग्लोबल कस्टमर्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्रोडक्शन क्षमता बढ़ाने में स्केल बनाता है, जिससे हाई-प्रिसिजन कंपोनेंट्स की त्रुटिहीन और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित होती है।"

इंडिगो वेंचर्स और जेह एयरोस्पेस के बीच सहयोग से एयरोस्पेस सेक्टर में नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजी को अपनाने में तेज़ी आने की उम्मीद है। यह साझेदारी न केवल भारत-अमेरिका एयरोस्पेस संबंधों को मज़बूत करेगी, बल्कि एयरोस्पेस इनोवेशन का एक अग्रणी हब बनने की भारत की महत्वाकांक्षा को भी बल देगी।