भारत के निर्यात प्रतिबंध में ढील से घटेंगी गेहूं की वैश्विक कीमत

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भारत के निर्यात प्रतिबंध में ढील से घटेंगी गेहूं की वैश्विक कीमत
11 Jun 2022
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News Synopsis

भारत India ने निर्यात प्रतिबंध में ढील Export restrictions eased देने के फैसले से वैश्विक स्तर Global level पर गेहूं की कीमतों Wheat prices में कमी आएगी। गेहूं की अंतर्राष्ट्रीय स्तर International level पर कीमतें 2008 के बाद अब इतनी बढ़ी हैं। इसकी वजह कुछ प्रमुख निर्यातक देशों Main Exporting Countries में उपज की कमी से वैश्विक स्तर पर उपलब्धता कम होना, यूक्रेन और भारत Ukraine and India समेत गेहूं निर्यात नहीं होना। इसके अलावा 2022-23 में आपूर्ति संबंधी चिंताओं के कारण भी दबाव बढ़ रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष International Monetary Fund (आईएमएफ) ने खाद्यान्न और ईंधन निर्यात Food and Fuel Exports पर प्रतिबंध को लेकर चिंता जताई है, लेकिन साथ में गेहूं निर्यात प्रतिबंध में ढील देने को लेकर भारत सरकार Government of India का आभार भी जताया है। साथ ही कहा कि भारत के फैसले से गेहूं की वैश्विक कीमतें घट जाएगी।

आईएमएफ के अनुसार यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से लगभग 30 देशों ने खाद्यान्न और ईंधन सहित अन्य जरूरी वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए हैं। इससे वैश्विक स्तर पर महंगाई बढ़ने और बाजारों के अस्थिर Inflation and destabilisation of markets होने का जोखिम है। आईएमएफ ने गेहूं निर्यात पर घोषित प्रतिबंध में ढील और कुछ माल को भेजने की अनुमति देने पर भारत सरकार के फैसले का स्वागत किया है।

भारत ने कीमतों को काबू में रखने के लिए भले ही गेहूं निर्यात पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र United Nations की खाद्य एजेंसी फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन Food and Agriculture Organisation ने पाबंदियों के बावजूद भारत से 70 लाख टन गेहूं के निर्यात की उम्मीद जताई है।