डॉलर के आगे भारतीय रुपया बेबस, इस कमजोरी से देश पर क्या असर पड़ेगा?, जानें

Share Us

448
डॉलर के आगे भारतीय रुपया बेबस, इस कमजोरी से देश पर क्या असर पड़ेगा?, जानें
27 Sep 2022
min read

News Synopsis

पिछले कई दिनों से भारतीय रुपए Indian Rupees पर डॉलर Dollar हावी रहा है। डॉलर के मजबूत होने से भारतीय रुपए में गिरावट का दौर लगातार जारी है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में ही रुपया लगभग 40 अंक टूटकर 81.55 के स्तर पर आ गया। जबकि दूसरी ओर अमेरिकी डॉलर अपने 20 वर्षों के उच्चतम स्तर Highest Level पर पहुंच गया है। भारतीय रुपए में गिरावट के बाद बाजार के जानकारों का अनुमान है कि रिजर्व बैंक Reserve Bank मुद्रा में गिरावट को थामने के लिए डाॅलर बेचने का फैसला ले सकता है। रुपए के कमजोर होने का सबसे प्रतिकूल असर देश के आयात बिल पर पड़ेगा।

जैसे-जैसे रुपया लुढ़क रहा है देश का आयात बिल Import Bills बढ़ता जा रहा है। अब आयात करने के लिए कारोबारियों को पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। आयात पर निर्भर कंपनियों का मार्जिन कम होगा। इसकी वसूली मूल्य वृद्धि कर की जाएगी। इससे पहले से मौजूद महंगाई Inflation और ज्यादा बढ़ेगी। ऐसा होने से पेट्रोलियम पदार्थों Export of petroleum products, विदेश भ्रमण और विदेशी सेवाओं का उपभोग Foreign travel and foreign services करना महंगा हो जाएगा। रुपये के कमजोर होने से विदेश मुद्रा भंडार पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।

इससे देश का खजाना खाली होगा। देश की आर्थिक स्थिति के लिहाज से यह सही नहीं है। वहीं अगर फायदे की बात करें तो, रुपए के कमजोर होने की स्थिति में विदेशों में अपना कारोबार करने वाली आईटी कंपनियों IT companies की कमाई बढ़ जाएगी। वहीं, फार्मा सेक्टर Pharma sector का निर्यात भी बढ़ जाएगा। इसके अलावे कपड़ा क्षेत्र को भी रुपए के कमजोर होने का फायदा होगा, क्योंकि वस्त्रों के निर्यात Export of garments के मामले में भारत फिलहाल विश्व में दूसरे स्थान पर मौजूद है। इसलिए अगर डॉलर मजबूत होता है इस सेक्टर को बड़ा फायदा होगा।