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आईजीएल-जेनेसिस भारत का पहला एकीकृत स्मार्ट मीटरिंग संयंत्र स्थापित करेगा

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आईजीएल-जेनेसिस भारत का पहला एकीकृत स्मार्ट मीटरिंग संयंत्र स्थापित करेगा
15 Jul 2023
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News Synopsis

देश में स्मार्ट मीटर का उपयोग लोकप्रिय हो रहा है, और सरकार इसे व्यापक रूप से अपनाने पर जोर दे रही है। स्मार्ट मीटर पर सरकार का जोर देश के ऊर्जा बुनियादी ढांचे Energy Infrastructure को आधुनिक बनाने और वैश्विक मानकों के साथ तालमेल बिठाने के उसके प्रयासों का हिस्सा है।

स्मार्ट मीटर के लागू होने से दक्षता हासिल करने, अपशिष्ट को कम करने और आपूर्ति में सुधार करने में मदद मिलेगी। भारत में अग्रणी गैस वितरण कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस Indraprastha Gas कई राज्य सरकारों द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने के लिए ठेके देने के कारण सुर्खियों में आ गई है।

ओएनजीसी के विकास लाइफकेयर की सहायक कंपनी जेनेसिस गैस सॉल्यूशंस Genesis Gas Solutions ने भारत का पहला एकीकृत स्मार्ट मीटर विनिर्माण First Integrated Smart Meter Manufacturing संयंत्र स्थापित करने के लिए आईजीएल के साथ एक संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया है। कंपनी द्वारा एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार नया प्लांट 1,100 मिलियन रुपये के निवेश पर स्थापित किया जाएगा।

शुरुआत में प्लांट की क्षमता सालाना 10 लाख मीटर बनाने की होगी। इसके अगले साल अप्रैल तक चालू होने की संभावना है।

भारत का पहला एकीकृत अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर विनिर्माण संयंत्र जो लोरा, लोरावन और ब्लूटूथ जैसी आईओटी प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित डायाफ्राम गैस मीटर का निर्माण करता है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की ऊर्जा मांग और मीटरिंग को अत्यधिक सटीकता के साथ प्रबंधित करने के लिए समाधान प्रदान करेगा।

आईजीएल ने कहा कि उसका लक्ष्य आगे चलकर 10 लाख स्मार्ट मीटर बनाने का है। इससे न केवल सरकार की मेक इन इंडिया पहल Make in India Initiative को बल मिलेगा बल्कि आयात में भी काफी कटौती होगी।

विशेष रूप से देश में मौजूदा गैस मीटरिंग समाधान बाजार Gas Metering Solutions Market में अपतटीय आपूर्तिकर्ताओं का वर्चस्व है। कि देश के भीतर मीटर विनिर्माण पर जोर देने के प्रयासों से भारत में स्मार्ट मीटरिंग तकनीक Smart Metering Technology in India में क्रांतिकारी बदलाव आएगा और यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम आगे होगा।

मोदी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई पहलों का प्रस्ताव देकर हरित ऊर्जा Green Energy पर अपना ध्यान मजबूत किया है। इस साल बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Finance Minister Nirmala Sitharaman ने विभिन्न ऊर्जा परिवर्तन पहलों के लिए 35,000 करोड़ रुपये आवंटित किए।