एक उद्यमी के नाते फ्रेशर्स को कैसे करें प्रेरित?

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एक उद्यमी के नाते फ्रेशर्स को कैसे करें प्रेरित?
18 Dec 2021
3 min read

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सबसे पहले तो हमें उद्यमिता की परिभाषा का पता होना चाहिए, बाद में उद्यमी के कार्य और अंत में हमें एक उद्द्यमी होने के नाते ये जानकारी होनी चाहिए कि किस तरह से नयी कलियों को पाठ दिया जाये कि वे भविष्य के फूल बन सकें' कहने का मतलब है कि, कैसे उन्हें मोटीवेट motivate किया जाए।

पिछले कई दशकों से बाजार का विस्तार बढ़ता ही जा रहा है। हम जिस युग में जी रहे हैं, वह संभावनाओं का दौर है जहाँ आज पूरा विश्व एक ही मंच पर विराजमान हैं। हम दुनिया के अलग-अलग कोने में होने के बाद भी बेहद करीब हो गए हैं उसका एक मात्र कारण है, बाजार विस्तारण market expansion । "समय नदी के पानी की तरह बहता है, एक बार बह गया तो वापस नहीं आता," बढ़ते और बदलते दौर में कितना कुछ बदलता चला जाता है। आप कुछ दशकों से बाजार विस्तारण के चलते नए-नए "प्रारूपों" और उनसे जुड़े नए "शब्दों" से अवगत होते चले आये हैं। जिसमें एक शब्द है, उद्यमिता और जो इससे जुड़ा कार्य करते हैं उन्हें हम सब उद्द्यमी कहते हैं। मगर बात यहाँ तक खत्म नहीं होती, सबसे पहले तो हमें उद्यमिता की परिभाषा का पता होना चाहिए, बाद में उद्यमी के कार्य और अंत में हमें एक उद्द्यमी होने के नाते ये जानकारी होनी चाहिए कि किस तरह से नयी कलियों को पाठ दिया जाये कि वे भविष्य के फूल बन सकें' कहने का मतलब है कि, कैसे उन्हें मोटीवेट motivate किया जाए। आखिर किस तरह से वे भविष्य के बेहतर उद्यमी बन सकते हैं।

क्या है उद्यमिता की परिभाषा 

जहाँ तक हमारा मानना है कि उद्यमिता entrepreneurship किसी नये संगठन new organization को आरम्भ करने की भावना या इच्छा को कहते हैं। अपने अतीत से सीख लेकर, वर्तमान या भविष्य के अवसरों का पूर्वदर्शन करके कोई व्यावसायिक संगठन  business organization प्रारम्भ करना उद्यमिता का मुख्य उद्देश्य है। उद्यमिता में एक तरफ पुरजोर या भरपूर लाभ कमाने की सम्भावना भी होती है तो दूसरी तरफ जोखिम risk ,अनिश्चितता uncertainty और अन्य खतरे some other danger risks की भी प्रबल संभावना strong potential होती है।

एक उद्यमी किसे कहा जा सकता है आइये जानते हैं

एक नया व्यापारिक संगठन बनाना उसको जनहित की भलाई के साथ-साथ देश हित में चलाने वाले व्यावसायिक को ही एक उद्यमी की परिभाषा में सम्मिलित कर सकते हैं। इसको आप यूँ भी समझ सकते हैं, उद्यमी Entrepreneur वह व्यक्ति है जो किसी उद्यम या परियोजना पर नियंत्रण control  रखता है, तथा उसमें विद्यमान included हर तरह के जोखिमों risk और परिणाम result के लिए महत्वपूर्ण रूप से जिम्मेदार भी है। उद्यमी एक नेतृत्वकर्ता leadership के रूप में भूमि, श्रम तथा पूँजी को नए उत्पाद बनाने या सेवाएं प्रदान करने के लिए आपस में मिलाता है। 

कैसे करें अपने फ्रेशर्स को प्रेरित 

मोटिवेशन या अभिप्रेरण ये शब्द इतना वजनदार है कि इंसान यदि एक बार आपकी बातों से प्रेरित हो जाए तो जग जीत लेने को भी ललायित हो सकता है। यद्यपि मोटिवेशन की जरूरत हर किसी को पड़ती है मगर जब आप एक उद्द्यमी के रूप में नई पीढ़ी को प्रेरित करते हैं, तो ये बातें अवश्य उनके दिमाग में डालें जैसे कि -

उन्हें एक प्रेरणादायक कहानी सुनायें motivation story 

ज्यादातर आपने देखा होगा कि किसी भी क्षेत्र का मोटिवेटर motivator क्यूँ न हो वह अपनी स्पीच की शुरुआत किसी प्रेरक कहानी से ही करता है या किसी प्रेरक किस्से से। कहानी का सेलेक्शन आपके द्वारा इस तरह का होना चाहिए जोकि पहले तो वास्तविक हो और आपके ही क्षेत्र से ताल्लुक़ रखती हो। इससे होगा ये की फ्रेशर्स अपने ही कार्य और संगठन के इर्द-गिर्द घूमेंगे और उद्द्यमियता की बारीकियों को समझेंगे। कहानी में इतना उतार-चढाव होना चाहिए कि उसमें हसीं और सीख दोनों ही सम्मिलित हों। ऐसा न हो कि फ्रेशर्स सुनते-सुनते बोरियत फील करने लगें। कहानी के माध्यम से उनमें असल जोश पैदा हो। 

उन्हें बताएं आप सबसे बेहतर उद्यमी होंगे 

एक उद्द्यमी के नाते बातों ही बातों में उन्हें बतायें कि आप एक बेहतर व्यक्ति के साथ-साथ जिम्मेदार व्यक्ति भी हैं, इस संगठन के बाबत। आप की सोच दूरगामी है और अगर नहीं है तो होनी चाहिए। उन्हें बतायें एक बेहतर उद्द्यमी आशावादी होता है न कि निराशावादी। उन्हें बताएं एक रोज़ आप उनकी जगह होंगे और एक बेहतर लीडर होंगें। उन्हें इस बात से भी अवगत कराएं कि आप स्वयं में भी एक संगठन हैं और आप में टीम लीडर की भावना विद्यमान है बस आपको पहचानने की देर है। 

अपने द्वारा किये गए सराहनीय कार्य Commendable work गिनाएं 

थोड़ा बहुत अपने बारे में भी बताएं जिससे वे जान सकेंगे कि जो व्यक्ति उनके समक्ष खड़ा है वह भी उनके लिए एक प्रेरणा का पात्र है। ऐसा बोलते समय वास्तविकता का ख्याल रखें लम्बी-लम्बी डींगें हांकने से आप उन्हें भ्रमित और हीनता भी प्रतीत करा सकते हैं। बेहतर ये होता है कि आप जो हैं या जिस तरह के उद्द्यमी है उतनी ही वास्तविकता को कायम रखें। इससे फ्रेशर्स अधिक प्रभावित होंगे। 

अन्य पहलुओं से भी करें प्रेरित 

उन्हें बताएं कि असल प्रेरणा बाहरी न होकर भीतरी होती है। आत्मिक प्रेरणा अधिकतर लम्बी चलती है, जबकी बाहरी प्रेरणा एक कान से सुनी और वक़्त बदलते ही भूल जाने पर यूँ समझो कि दूसरे कान से निकल जाती है। उन्हें आप कुछ एक टास्क देकर भी मोटिवेट कर सकते हैं। उन्हें ये भी बता सकते हैं कि उम्मीद का फ्लास्क जितना दूरगामी और सकारात्मक होगा आप उतनी ही तरक्की के पथ पर अग्रसर होंगे। 

इस लेख के द्वारा हमनें भी सागर में बूँद डालने का कार्य किया है, यदि इन शब्दों के माध्यम से एक उद्द्यमी के रूप में आप किसी को प्रेरित कर सकते हैं तो हमारा लिखा और आपका पढ़ा दोनों सार्थक हो सकते हैं। क्योंकि फ्रेशर्स को चाहिए कुछ नया, कुछ ताजा और कुछ ऐसा जो उन्हें आजतक किसी ने न बतलाया हो। तो चलिए करते हैं आज ही अपनी नयी पीढ़ी को मोटीवेट।