स्मार्टफोन आपको कैसे बना रहा है बूढ़ा?, ये जानना है बहुत जरूरी

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स्मार्टफोन आपको कैसे बना रहा है बूढ़ा?, ये जानना है बहुत जरूरी
07 Sep 2022
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News Synopsis

दुनियां World में स्मार्टफोन Smartphones लोगों की जरूरत बन चुका है। स्मार्टफोन जितना लोगों को फायदा पहुंचाता है उतना ही शरीर के लिए हानिकारक है। स्मार्टफोन डिस्प्ले smartphone displays से आने वाली ब्लू लाइट blue light लंबे समय से आंखों के लिए खतरनाक बताई जाती है, जिसके चलते अब मोबाइल कंपनियों ने अपने डिवाइसेस में ब्लू लाइट को कम करने के लिए अलग-अलग नामों से ब्लू लाइट फिल्टर फीचर blue light filter feature देना शुरू कर दिया है, लेकिन आपको जानकर कर हैरानी होगी कि एक नई स्टडी new study ने गैजेट्स द्वारा पैदा की जाने वाली ब्लू लाइट के ज्यादा संपर्क में आने पर उम्र जल्दी बढ़ने का दावा किया है। इस स्टडी को ओरेगॉन स्टेट यूनिवर्सिटी Oregon State University के रिसर्चर्स ने शेयर (Via NDTV) किया है। रिसर्च में जानकारी देते हुए बताया गया है कि TV, लैपटॉप और फोन laptops and phones जैसे रोजमर्रा के डिवाइसेस से निकलने वाली ब्लू लाइट के अत्यधिक संपर्क से हमारे शरीर में स्किन और फैट सेल्स से लेकर सेंसरी न्यूरॉन्स तक, कोशिकाओं की एक बड़ी रेंज पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।

रिसर्चर्स ने आगे यह भी दावा किया है कि वे यह दिखाने वाले पहले हैं कि विशिष्ट मेटाबोलाइट्स specific metabolites के लेवल - रसायन जो कोशिकाओं के सही ढंग से काम करने के लिए आवश्यक हैं - ब्लू लाइट के संपर्क में आने वाली फल मक्खियों के अंदर बदल जाते हैं। फल मक्खियों पर उनके स्टडी से पता चलता है कि लाइट के संपर्क में आने पर कीट, सुरक्षात्मक जीन protective genes को "चालू" करते हैं, और जो लगातार अंधेरे में रहते हैं वे लंबे समय तक जीवित रहते हैं। फ्रंटियर्स इन एजिंग Frontiers in Aging नाम की एक पत्रिका में पब्लिश स्टडी से पता चलता है कि अत्यधिक ब्लू लाइट से बचना एक अच्छी एंटी-एजिंग रणनीति anti-aging strategy हो सकती है।

यह दर्शाता है कि लंबे समय तक ब्लू लाइट के संपर्क में रहने से फ्लाई हेड्स की सेल्स द्वारा मापे गए मेटाबोलाइट्स के लेवल में बड़ा अंतर होता है। रिसर्चर्स मानव कोशिकाओं human cells पर सीधे ब्लू लाइट के प्रभावों का अध्ययन करने के लिए आगे काम करेंगे।

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