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HCL के संस्थापक शिव नादर हुए 77 साल के, पढ़िए जन्मदिन विशेष 

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HCL के संस्थापक शिव नादर हुए 77 साल के, पढ़िए जन्मदिन विशेष 
14 Jul 2022
7 min read

News Synopsis

एचसीएल के संस्थापक Founder of HCL शिव नादर Shiv Nadar आज 77 साल के हो गए हैं और आज उनका जन्मदिन भी है। 2008 में उन्हें आईटी क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण पुरस्कार Padma Bhushan Award से सम्मानित किया गया था। आपको बता दें कि शिव नाडार भारत के प्रमुख आईटी कारोबारी एवं समाजसेवी IT businessman and philanthropist हैं। वे देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी सर्विस प्रोवाइडर एचसीएल के सह संस्‍थापक हैं। 

वह 7.5 बिलियन डॉलर (रेवेन्‍यू) वाली एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ HCL Technology के चेयरमैन भी हैं। फोर्ब्‍स Forbes की अप्रैल 2017 को जारी सूची के अनुसार वे देश के 7वें और दुनिया के 102वें सबसे धनी व्‍यक्ति हैं। फोर्ब्‍स Forbes के अनुसार 6 जनवरी 2018 को उनकी कुल परिसंपत्ति 13.9 बिलियन डॉलर की है। 14 जुलाई 1945 को तमिलनाडु के तीरचेन्दुर Tiruchendur of Tamil Nadu में जन्‍मे नाडार 1968 तक तमिलनाडु की डीसीएम कंपनी DCM Company of Tamil Nadu में काम करते थे। अगस्त 1976 में एक गैरेज में उन्होंने 1.87 लाख रुपए के साथ एचसीएल इंटरप्राइजेज HCL Enterprises की स्थापना की, तो 1991 में वे एचसीएल टेक्नोलॉजी के साथ बाजार में एक नए रूप में हाजिर हुए। 

1980 के दौरान सिंगापुर Singapore में पहली ब्रांच खोलकर HCL को एक इंटरनेशनल कंपनी international company बनाया और पहले साल 10 लाख रुपये कमाए। 1982 में जब आईबीएम ने एचसीएल को कंप्यूटर मुहैया कराना बंद कर दिया, तब नाडार और उनके साथियों ने पहला कंप्यूटर भी बना लिया। एचसीएल की 80 फीसदी आमदनी कंप्यूटर और ऑफिस इक्विपमेंट्स से ही होती है।

बता दें कि शिव नादर ने एचसीएल फाउंडेशन की भी स्थापना भी कि जो गरीबी को कम करने और स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और आपदा जोखिम में कमी और प्रतिक्रिया क्षेत्रों में समावेशी विकास प्राप्त करने पर केंद्रित है। 1981 में, शिव नादर की सहायता से, NIIT की स्थापना की गई थी। 1996 में, उन्होंने तमिलनाडु में एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग SSN College of Engineering की स्थापना की। गौरतलब है कि शिव नादर को ‘सबसे उदार भारतीय’ Most Generous Indian के रूप में मान्यता दी गई थी क्योंकि उन्होंने अपने 630 करोड़ रुपये के दान के लिए 2006 में हुरुन इंडिया परोपकार सूची Hurun India Philanthropy list में शीर्ष स्थान हासिल किया था।