जल्द आएगा GoFirst का आईपीओ

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भारत का एविएशन सेक्टर Aviation Sector of India तेजी से सुधर रहा है। लोग दो साल से अधिक की महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के बाद छुट्टी और आधिकारिक यात्रा फिर से शुरू कर रहे हैं। हालांकि विमानन ईंधन की कीमत, एयरलाइनों के लिए सबसे बड़ी निगेटिव फैक्टर है। विमानन ईंधन की कीमत तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर इस सेक्टर में प्रतिस्पर्धा और तेज होगी क्योंकि दो नए एयरलाइन मार्केट में आ रहे हैं। आपको बता दें कि गो एयर GoAir के नाम से जानी-जाने वाली बजट एयरलाइन गो फर्स्ट GoFirst अपने आईपीओ IPO को इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ला सकती है। यह आईपीओ 3600 करोड़ रुपए का होगा। इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि 27 से ज्यादा निवेशकों ने इसमें पॉजिटिव इंटरेस्ट Positive Interest दिखाया है।
इस मामले से जुड़े व्यक्तियों ने कहा कि अन्य एयरलाइनों की तरह, गो फर्स्ट गर्मी की छुट्टियों के दौरान बढ़ती ईंधन की कीमतों से निपटने के लिए अवकाश यात्रा की बढ़ती मांग पर दांव लगा रहा है। विमानन कंपनी को उम्मीद है कि सरकार किराया सीमा हटाएगी और विमानन क्षेत्र की मदद के लिए जीएसटी में विमानन टरबाइन ईंधन Turbine Fuel को शामिल करेगी। जिससे हमें भी कीमतें घटाने में साहूलियत मिलेगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मई 2021 के बाद से विमानन टरबाइन ईंधन की कीमतों में लगभग 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब नई दिल्ली में इसकी कीमत 1,23,039.71 रुपये प्रति किलोलीटर है। गौरतलब है कि गोफर्स्ट की योजना आईपीओ से जुटाए जाने वाले 2,200 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज घटाने और ठेकेदारों को चुकाने में करने की है।