महाराष्ट्र-गुजरात में खींचतान के बीच गडकरी का टाटा को लेटर, कहा- नागपुर में आपका स्वागत है

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महाराष्ट्र-गुजरात में खींचतान के बीच गडकरी का टाटा को लेटर, कहा- नागपुर में आपका स्वागत है
30 Oct 2022
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News Synopsis

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी Union Minister Nitin Gadkari की एक चिट्ठी सामने आई है जब टाटा के निवेश  Tata Investments को लेकर इस वक्त गुजरात और महाराष्ट्र Gujarat and Maharashtra आमने-सामने हैं। नितिन गडकरी ने टाटा ग्रुप Tata Group को ये चिट्ठी लिखी है। उन्होंने बुनियादी ढांचे, भूमि की उपलब्धता और कनेक्टिविटी आदि का हवाला देते हुए टाटा ग्रुप से मांग की कि वह नागपुर में निवेश करें। गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में दो मेगा प्रोजेक्ट  Mega Projects महाराष्ट्र से गुजरात की झोली में चले गए, जिसके बाद सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। वहीं चिट्ठी को लेकर बताया जा रहा है कि नितिन गडकरी ने यह चिट्ठी 7 अक्तूबर को टाटा संस Tata Sons के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन Chairman N Chandrasekaran के नाम लिखी थी।

इसमें उन्होंने लिखा कि स्टील Steel, ऑटो Auto, उपभोक्ता उत्पाद Consumer Products, आईटी सेवाओं IT Services और विमानन Aviation जैसे कारोबारों में काम करने वाली कंपनियां नागपुर Nagpur में निवेश कर सकती हैं। यहां जमीन की कोई कमी नहीं है। बता दें कि चिप निर्माण को लेकर फॉक्सकॉन-वेदांता  Foxconn-Vedanta के बीच 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करार हुआ है। वहीं, 22 हजार करोड़ रुपये की विमान निर्माण परियोजना Aircraft Manufacturing Project के लिए टाटा समूह ने एयरबस के साथ करार किया है। जबकि, इस मामले में बीजेपी ने उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया है।

भाजपा ने इस मामले में आरोप लगाया है कि 22,000 करोड़ रुपए की टाटा-एयरबस विमान परियोजना महाराष्ट्र से गुजरात इसलिए चली गई, क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे Uddhav Thackeray ने खुद को घर में बंद कर लिया था। इसके लिए ठाकरे को राज्य के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस मामले में शिंदे सरकार Shinde Sarkar पर निशाना साधा। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि निवेशकों को एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार पर भरोसा नहीं है, इसलिए राज्य से परियोजनाएं बाहर जा रही हैं।