News In Brief Agriculture
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Wheat Prices Increase: गेंहू की बढ़ सकती हैं कीमतें, इससे घर का बिगड़ सकता है बजट

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Wheat Prices Increase: गेंहू की बढ़ सकती हैं कीमतें, इससे घर का बिगड़ सकता है बजट
05 Dec 2022
6 min read

News Synopsis

Wheat Prices Increase: मौजूदा वक्त में दुनिया आर्थिक संकट Economic Crisis से जूझती नजर आ रही है। इस वक्त कम संपन्न देश महामारी और ईंधन की उच्च कीमतों Fuel Prices से परेशान हैं। यूक्रेन युद्ध Ukraine War ने गेहूं जैसे वस्तुओं के विशाल भंडार को अवरुद्ध कर दिया है। जिससे गेहूं की कीमतें Wheat Prices बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। रूस के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंधों Western Sanctions Against Russia ने सभी देशों के लिए व्यापार विकल्पों trade options for countries को कम कर दिया है। इससे सबसे कमजोर लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। नए बाजार और नई अर्थव्यवस्थाएं New Markets and New Economies भी सामने आ रही हैं। गौर करने वाली बात ये है कि भोजन, ईंधन और उर्वरकों की कीमतें Fertilizer Prices बढ़ रही हैं साथ ही खाद्य सुरक्षा खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। जिससे भारत जैसे देश में भी गेहूं की कीमतों में इजाफा हो सकता है। अगर गेहूं की कीमतें बढ़ती है तो लोगों के घर का बजट बिगड़ जाएगा।

क्योंकि यूक्रेन युद्ध के प्रभावों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था Global Economy को लेकर निराशाजनक दृष्टिकोण को और बुरी स्थिति में ला दिया है। यह पहले से ही कोरोना महामारी के प्रभाव और चीन के साथ अमेरिका और यूनाइडेट किंग्डम US and United Kingdom के संबंधों में कड़वाहट के कारण दबाव में है। जी20 में अब भारत का वक्त शुरू हो चुका है, अगले साल यानी नवंबर 30, 2023 तक भारत 19 सबसे अमीर देशों और यूरोपीय संघ EU Group के समूह का नेतृत्व करेगा। ये सभी सकल विश्व उत्पाद का 85 प्रतिशत और दुनिया की आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा है।

ऐसे वक्त में जब दुनिया परिवर्तन के दौर से गुजर रही है, दुनिया के सबसे अमीर और राजनीतिक रूप से सबसे प्रभावशाली देशों के समूह का अध्यक्ष होने के नाते भारत के सामने कई अवसर और चुनौतियां पेश आएंगी। भारत को जिन तात्कालिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा उनमें यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी अध्यक्षता का इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण होगा। जी20 समूह के अध्यक्ष के रूप में अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  Prime Minister Narendra Modi ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन Russian President Vladimir Putin को अपनी पुरानी सलाह फिर से दोहराई है। बाली में जी20 घोषणा में शामिल यह युद्ध का युग नहीं है वाले बिन्दु को पीएम मोदी ने दोहराया है। अब जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत पर्याप्त ताकत का इस्तेमाल कर सकेगा। 

16 Apr 2022

LAST UPDATE

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री Union Minister of Commerce and Industry पीयूष गोयल Piyush Goyal ने ट्विटर Twitter पर ट्वीट Tweet करते हुए कहा कि भारत India का गेंहू अब मिस्र Egypt जाएगा और भारत को मिस्र से आपूर्ति करने की इज़ाज़त मिल गई है। इसका सबसे बड़ा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi को जाता है। दुनिया पहले के मुकाबले अब स्थिर खाद्य आपूर्ति Food Supply के लिए विश्वसनीय वैकल्पिक स्रोतों Alternate Sources की तलाश कर रही है। आगे उन्होंने कहा कि भारत के किसानों की मेहनत की वजह से अन्न भंडार भरे पड़े हैं और हम विश्व की सेवा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

भारतीय अनाज की जांच करने के लिए मिस्र के एग्रीकल्चर एंड सप्लाई मिनिस्ट्री Agriculture and Supply Ministry के अंतर्गत जनरल अथॉरिटी फॉर सप्लाई कमेटी General Authority for Supply Comitee का प्रतिनिधिमंडल भारत की यात्रा पर है। टीम ने जिसमें पंजाब Punjab मध्य प्रदेश Madhya Pradesh और महाराष्ट्र Maharashtra सहित विभिन्न भारतीय राज्यों में खेतों और अनाज के गोदामों के साथ-साथ निर्यात गोदामों का जायज़ा लिया और वहां जांच पड़ताल की। मिस्र के मंत्रिपरिषद के प्रेसिडेंट President ने अपने ऑफिसियल  फेसबुक अकाउंट Official Facebook Account  पर एक पोस्ट Post किया था, जिसमें भारत के कृषि मंत्रालय  Ministry of Agriculture of India के साथ सहयोग पर चर्चा की और भारत को मिस्र के कृषि निर्यात करने का ज़िक्र था। आपको बता दें कि विश्व के सबसे बड़े गेहूं आयातकों में से एक मिस्र पहले गेहूं के लिए यूक्रेन Ukraine और रूस Russia पर निर्भर था, लेकिन अब वह भारत और फ्रांस जैसे देशों से आपूर्ति की मांग कर रहा है। इसी प्लान के तहत मिस्र ने भारत के गेंहू को आयात की मंजूरी प्रदान की है।