ब्याज दरों में वृद्धि में देरी पर आलोचना अनुचित- पूर्व गवर्नर

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ब्याज दरों में वृद्धि में देरी पर आलोचना अनुचित- पूर्व गवर्नर
19 May 2022
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News Synopsis

मौजूदा वक्त में दुनिया के कई देश many countries of the world लगातार बढ़ती महंगाई  inflation को काबू में करने में लगे हुए हैं। भारत के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ,Reserve Bank of India (आरबीआई) द्वारा नीतिगत ब्याज दरों policy interest rates में बढ़ोतरी के फैसले में देरी को लेकर आलोचना criticism करना अनुचित है। यह बात बुधवार को केंद्रीय बैंक के पूर्व गवर्नर former governor डी सुब्बाराव D Subbarao ने एक इंटरव्यू के दौरान कही है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी केंद्रीय बैंक के लिए भविष्य का सटीक अनुमान लगाना बेहद मुश्किल काम है।

ध्यान देने वाली बात ये है कि, इस महीने की शुरुआत में आनन-फानन में बिना पूर्वनियोजित कार्यक्रम without preplanned program के बुलाई गई बैठक में मौद्रिक नीति समिति monetary policy committee (एमपीसी) ने प्रमुख ब्याज दर बढ़ाने का फैसला किया है। आरबीआई ने रेपो रेट repo rate में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की थी। अगस्त, 2018 के बाद यह पहला मौका था जब नीतिगत दर  policy rate बढ़ाई गई है। इस वृद्धि के बाद रेपो दरें 4 फीसदी से बढ़कर 4.40 फीसदी हो गई है। पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव से बढ़ती महंगाई के बीच ब्याज दरों को लेकर सवाल पूछा गया था।

इसके जवाब में उन्होंने यह बड़ा बयान देते हुए कहा कि मेरा मानना है कि यह आलोचना अनुचित है। मौद्रिक नीति monetary policy का असर तत्काल नहीं होता, बल्कि देर से होता है, ऐसे में नीतिगत ब्याज दरों policy interest rates में हाल में की गई वृद्धि से महंगाई तुरंत काबू में आने की उम्मीद नहीं है।