एशिया को कोरोना ने गरीबी से निपटने के मामले में दो वर्ष किया पीछे

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एशिया को कोरोना ने गरीबी से निपटने के मामले में दो वर्ष किया पीछे
25 Aug 2022
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News Synopsis

कोरोनाा महामारी Corona Pandemic ने दुनिया के कई देशों की आर्थिक स्थिति Economic Situation को बिगाड़ कर रख दिया। वहीं अगर एशिया Asia की बात करें तो कोरोना महामारी का सामना नहीं करना पड़ता तो एशिया भारी गरीबी Severe Poverty को दूर करने का लक्ष्य साल 2020 में हासिल कर लेता। अगर ऐसा होता तो अधिक से अधिक लोगों के जीवन स्तर में सुधार आता और उन्हें 1.90 अमेरिकी डॉलर प्रतिदिन से कम की आमदनी पर गुजर-बसर नहीं करना पड़ता। यह खुलासा एडीबी Asian Development Bank की रिपोर्ट में हुआ है। गौर करने वाली बात ये है कि दुनिया में ऐसे लोग जिनकी आमदनी 1.90 अमेरिकी डॉलर US Dollar यानी 152 रुपये प्रति दिन से कम है उन्हें भारी गरीबी की श्रेणी में रखा जाता है।

एशियाई विकास बैंक (ADB) की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि COVID-19 महामारी ने एशिया और प्रशांत क्षेत्र  Asia and the Pacific में गरीबी के खिलाफ लड़ाई को कम से कम दो साल पीछे कर दिया है। मनीला में मुख्यालय Headquarters in Manila वाली बहुपक्षीय फंडिंग एजेंसी Funding Agency ने कहा है कि महामारी के बाद एशिया व प्रशांत क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के लिए अत्यधिक गरीबी से बाहर आना पहले की तुलना में कठिन होगा।

एजेंसी के मुताबिक इस वर्ष इस क्षेत्र की आर्थिक प्रगति से अत्यधिक गरीबी कम होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में 1.90 अमरीकी डालर से कम की आमदनी को बढ़ाने का लक्ष्य वर्ष 2020 में ही हासिल किया जा सकता था अगर महामारी नहीं आती। एडीबी की ओर से एशिया व प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक विकास के प्रमुख संकेतकों से जुड़ी रिपोर्ट में यह बात कही गई है। वहीं यह रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई है।