चीन ने इसलिए एजुकेशन ऐप्‍स को किया बैन

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चीन ने इसलिए एजुकेशन ऐप्‍स को किया बैन
14 May 2022
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News Synopsis

आज कल के दौर में फोन phone लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। फोन के बिना हमारा जीवन अधूरा सा लगता है। मौजूदा वक्त घर में मौजूद छोटे बच्चों young children में भी स्मार्टफोन smartphone की लत लगती जा रही है। जिससे बच्चों में कई बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसी खतरे को रोकने के लिए चीन China ने बड़ा कदम उठाया है। चीन की एजुकेशन अथॉरिटीज education authorities, प्राइवेट ट्यूटर्स private tutors पर कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में देश में उन नए एजुकेशन ऐप्‍स new education apps को बैन कर दिया गया है, जो प्री-स्‍कूल बच्‍चों pre-school children पर फोकस करते हैं।

जो ऐप मौजूद हैं भी, उन्‍हें भी हटाने को लेकर कार्रवाई की जा रही है। मीडिया रिपोर्टों की माने तो, बच्‍चों के स्‍क्रीन टाइम screen time को कम करने और स्‍मार्टफोन की लत smartphone addiction को कम करने के लिए चीनी अथॉरिटीज की तरफ से यह कदम उठाए जा रहे हैं। खासतौर पर उन मोबाइल ऐप्‍स को बैन किया जा रहा है, जो प्री-स्‍कूल जाने वाले बच्‍चों को टार्गेट करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एजुकेशन क्‍वॉलिटी education quality में सुधार लाने के लिए पिछले साल जुलाई में चीनी अधिकारियों ने प्रॉफ‍िट profit कमाने वालीं ट्यूशन सर्विस tuition service पर बैन लगाने की घोषणा की थी।

चीन में प्राइवेट ट्यूशन पर बैन लगा दिया गया है। इससे प्राइवेट एजुकेशन सेक्‍टर private education sector को भारी झटका लगा है, जिसकी वैल्‍यू 120 अरब डॉलर यानी करीब 9,28,630 करोड़ रुपए है। चीन को उम्‍मीद है कि इस क्षेत्र में जल्‍द सुधार देखने को मिलेगा। 

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