BHEL को अडानी पावर से पावर प्लांट के लिए 7,000 करोड़ का ऑर्डर मिला

Share Us

306
BHEL को अडानी पावर से पावर प्लांट के लिए 7,000 करोड़ का ऑर्डर मिला
17 Jun 2024
6 min read

News Synopsis

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड Bharat Heavy Electricals Limited ने दो सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के डेवलपमेंट के लिए अडानी पावर से 7,000 करोड़ के महत्वपूर्ण ऑर्डर प्राप्त करने की घोषणा की है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि पावर जनरेशन सेक्टर में BHEL के लीडरशिप को रेखांकित करती है।

पहला ऑर्डर छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में 2×800 मेगावाट के सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के निर्माण के लिए है। दूसरा ऑर्डर अडानी पावर लिमिटेड की सहायक कंपनी एमटीईयूपीपीएल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक और 2×800 मेगावाट के सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के डेवलपमेंट से जुड़ा है।

दोनों प्रोजेक्ट्स के लिए बीएचईएल के कार्यक्षेत्र में प्रमुख प्लांट इक्विपमेंट और संबंधित सहायक उपकरणों का निर्माण और आपूर्ति, साथ ही स्थापना और कमीशनिंग गतिविधियों की देखरेख शामिल है। इन पावर प्लांट्स के लिए महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स जैसे कि स्टीम जनरेटर, स्टीम टर्बाइन और जनरेटर, बीएचईएल की त्रिची और हरिद्वार स्थित सुविधाओं में उत्पादित किए जाएंगे।

कंपनी ने कहा "हमें अडानी पावर से ये प्रतिष्ठित ऑर्डर प्राप्त करके खुशी हो रही है, जो रिलाएबल और एफसीएनट पावर सोलूशन्स प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।" "ये प्रोजेक्ट्स छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की बिजली माँगों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगी, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को और बढ़ावा मिलेगा।"

Ministry of Heavy Industries के अधीन बीएचईएल भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग एंटरप्राइज है, जिसके पास एनर्जी, इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो है। कंपनी को अत्याधुनिक पावर जनरेशन इक्विपमेंट और सेवाएं प्रदान करने के लिए लंबे समय से प्रतिष्ठा प्राप्त है, जो देश के पावर सेक्टर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

रायपुर और मिर्जापुर पावर प्रोजेक्ट्स अपने-अपने क्षेत्रों में इलेक्ट्रिसिटी जनरेशन क्षमता को बढ़ाएंगी, जिससे लोकल इंफ्रास्ट्रक्चर और इकॉनमी को काफी बढ़ावा मिलेगा। इन प्लांट में इस्तेमाल की जाने वाली सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी उच्च दक्षता और कम उत्सर्जन सुनिश्चित करेगी, जो सस्टेनेबल डेवलपमेंट के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

यह डेवलपमेंट बीएचईएल और अडानी पावर दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पर्यावरण मानकों का पालन करते हुए भारत की बढ़ती एनर्जी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सहयोगी प्रयास को दर्शाता है। इन प्रोजेक्ट्स के सफल समापन से न केवल पावर सेक्टर में बीएचईएल की स्थिति मजबूत होगी, बल्कि देश की लॉन्ग-टर्म एनर्जी सिक्योरिटी में भी योगदान मिलेगा।