6G Technology: अमेरिका और चीन में अब 6जी टेक्नोलॉजी में आगे निकलने की मची होड़

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6G Technology: अमेरिका और चीन में अब 6जी टेक्नोलॉजी में आगे निकलने की मची होड़
11 Oct 2022
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News Synopsis

अभी बाकी दुनिया में 5जी नेटवर्क 5G networks शुरू करने के प्रयास किये जा रहे हैं। वहीं, अमेरिका और चीन US and China के बीच 6जी सर्विस 6G service को लेकर आगे निकलने की होड़ शुरू हो गई है। समझा जा रहा है कि 6जी के इस्तेमाल से युद्ध उपकरणों की क्षमता Warfare equipment capability में नाटकीय बदलाव आ जाएगा। लंदन London स्थित थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटेजिक स्टडीज Tank International Institute of Strategic Studies (आईआईएसएस) ने अगस्त में जारी एक रिपोर्ट में बताया था कि चीन सैनिक उद्देश्यों military objectives के लिए 6जी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की तैयारियों में जुटा हुआ है। इसके लिए वह केंद्रीकृत कमांड मॉडल centralized command model के जरिए निर्णय प्रक्रिया का अनुपालन कर रहा है।

दूसरी तरफ अमेरिका निचले स्तरों पर कमांड और ऑपरेशन प्रक्रिया command and operation procedures को सक्षम बनाने की रणनीति पर चल रहा है। आईआईएसएस ने कहा है कि चीन के हाइपरसोनिक अस्त्र कार्यक्रम में 6जी टेक्नोलॉजी 6G technology की महत्त्वूपर्ण भूमिका होगी। इस टेक्नोलॉजी technology से हाइपरसोनिक रफ्तार hypersonic speed में अभी पेश आने वाली संचार बाधा की समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके पहले हांगकांग Hong Kong के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट South China Morning Post ने एक रिपोर्ट में बताया था कि चीन के शोधकर्ताओं Researchers ने 6जी लेजर उपकरण बना लिए हैं।

ये उपकरण हाइपरसोनिक युद्ध के दौरान सिग्नल रोकने वाले प्लाज्मा लेयर Plasma Layer को भेदने में सक्षम हैं। उस रिपोर्ट में बताया गया था कि ये उपकरण चोरी-छिपे मार करने वाले विमानों का पता लगाने और उच्च गति के अंतरिक्ष संचार में भी मददगार होंगे। उधर अमेरिका अपने सहयोगी देशों को साथ लेकर 6जी डाटा प्रोसेसिंग की क्षमता हासिल करने की कोशिश में है। आईआईएसएस की रिपोर्ट IISS report में बताया गया कि अमेरिका 6जी को ऐसी टेक्नोलॉजी के रूप में देखता है, जिससे सैनिक बढ़त बनाए रखने में मदद मिलेगी।

 

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