100 रुपये की एक दवाई पर 1000% का प्रॉफिट मार्जिन-रिपोर्ट

News Synopsis
सबसे ज्यादा महंगी दवाइयों Medicines में सबसे ऊंचा ट्रेड मार्जिन High Trade Margin होता है। नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग एजेंसी National Pharmaceutical Pricing Agency द्वारा किए गए एनालिसिस में सामने आया है कि उन दवाइयों में लाभ Margin ज्यादा है, जिनकी कीमत Medicine Prices प्रति टैबलेट 100 रुपये के ऊपर है। इस बारे में एजेंसी ने Pharma Companies के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात करके नॉन-शेड्यूल्ड दवाइयों Non-Scheduled Medicines पर ट्रेडर्स के मार्जिन को युक्तिसंगत बनाने को लेकर आगे के रास्ते पर चर्चा की। आपको बता दें कि नॉन-शेड्यूल्ड दवाइयां सरकार के कीमत नियंत्रण की व्यवस्था के तहत नहीं आती है।
ट्रेड मार्जिन विनिर्माताओं के लिए मौजूद कीमत और मरीजों के लिए मौजूद दाम यानी मैक्सिमम रिटेल प्राइस Maximum Retail Price के बीच का अंतर होता है।
रेगुलेटर द्वारा TMR एनालिसिस पर पेश की गई प्रेजेंटेशन के अनुसार टैबलेट की कीमत के साथ ट्रेडर का मार्जिन बढ़ता है। उदाहरण के लिए अगर टैबलेट की कीमत दो रुपये तक होती है तो ज्यादातर ब्रांड्स में मार्जिन 50 फीसदी तक का होगा। जबकि अगर उसकी कीमत 15 रुपये से 25 रुपये के बीच है तो वह मार्जिन 40 फीसदी से कम हो जाएगा। NPPA की प्रेजेंटेशन के अनुसार 100 रुपये प्रति टेबलेट से ज्यादा कीमत वाली दवाइयों के मामले में, सबसे ज्यादा महंगी कैटेगरी को देखते हुए, 8 फीसदी का मार्जिन 200 फीसदी से 500 फीसदी के बीच होता है।