स्टारबक्स के बारे में ये भी कहा जाता है कि इसने पहले अमेरिका को कॉफी पीना सिखाया और अब धीरे-धीरे पूरी दुनिया को कॉफी पीना सिखा रहा है। जिस तरह लोगों में स्टारबक्स को लेकर क्रेज है, ये कहना गलत नहीं होगा कि इनका प्राइमरी प्रोडक्ट primary product कॉफी नहीं है। कॉफी तो इनका सेकेंडरी प्रोडक्ट secondary product है। असल मायने में ये आपसे उनके द्वारा दी गई सर्विस और वहां के एक्सपीरियंस के लिए चार्ज करते हैं।
अगर आप कॉफी coffee को बिलकुल भी पसंद नहीं करते हैं, फिर भी आपने स्टारबक्स Starbucks के बारे में ज़रूर सुना होगा और इसके बारे में और जानने की कोशिश की होगी। स्टारबक्स ने खुद को एक कैफे cafe से एक ब्रांड brand में बदला है। आज स्टारबक्स जिन बुलंदियों को छू रहा है, वहां तक पहुंचना कई बड़े उद्यमियों entrepreneurs के लिए किसी सपने जैसे है।
पूरी दुनिया में स्टारबक्स अपनी अच्छी और महंगी कॉफी के लिए प्रसिद्ध है। अब इनके आउटलेट्स outlets में अलग-अलग तरह के स्नैक्स और ड्रिंक्स भी मिलने लगे हैं। किसी को स्टारबक्स की ब्लैक कॉफ़ी बहुत पसंद आती है तो किसी को ड्रिप ब्रियूड कॉफी Brewed coffee और कई लोग तो वहां के कैपेचीनो cappuccino के शौकीन हैं। जितनी खास ये कंपनी है, उतना ही खास इसका लोगो Starbucks logo भी है। ये कहना गलत नहीं होगा कि इसके लोगो Logo को देखकर ही कई लोगों को कॉफ़ी पीने का मन हो जाता है। स्टारबक्स आज धीरे-धीरे दुनिया के हर शख़्स तक पहुंचना चाहता है। स्टारबक्स की कहानी क्या है story behind the Starbucks?, कैसे स्टारबक्स इतना सफल है?
आइए स्टारबक्स की सफलता के पीछे की कहानी जानते हैं-
आज से करीब 50 साल पहले स्टारबक्स की शुरुआत 31 मार्च, 1971 को हुई थी। यह कंपनी पहले कॉफी नहीं बल्कि हाई क्वालिटी कॉफी बींस high quality coffee beans बेचा करती थी और इसकी शुरुआत तीन दोस्तों ने की थी, जो यूनिवर ऑफ सैन फ्रांसिस्को Univer of San Francisco में मिले थे। अल्फ्रेड पीट Alfred Peet से प्रेरित होकर इस कंपनी की शुरुआत की गई थी।
ये कहना गलत नहीं होगा कि स्टारबक्स ने लोगों के कॉफी पीने के तरीके को ही बदल के रख दिया है। घर और ऑफिस से बाहर आप अपनी मनपसंद कॉफी पी सकते हैं और रिलैक्स कर सकते हैं। इतना ही नहीं स्टारबक्स के बारे में तो ये भी कहा जाता है कि इसने पहले अमेरिका को कॉफी पीना सिखाया और अब धीरे-धीरे पूरी दुनिया को कॉफी पीना सीखा रहा है। जिस तरह लोगों में स्टारबक्स को लेकर क्रेज है, ये कहना गलत नहीं होगा कि इनका प्राइमरी प्रोडक्ट primary product कॉफी नहीं है। कॉफी तो इनका सेकेंडरी प्रोडक्ट secondary product है। असल मायने में ये आपसे उनके द्वारा दी गई सर्विस और वहां के एक्सपीरियंस के लिए चार्ज करते हैं।
ग्राहक से ही आपकी कंपनी चलती है इसीलिए इस क्षेत्र में स्टारबक्स Starbucks ने काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण स्नैक्स और कॉफ़ी उपलब्ध कराई। फ्रेंडली डेकोर के साथ-साथ अच्छा एटमॉस्फियर भी दिया ताकि लोग यहां अपने दोस्तों से मिल सकें, अपना काम पूरा कर सकें, इसके साथ-साथ उन्होंने वाईफाई की भी सुविधा दी। स्टारबक्स आपके लिए हर तरह की कॉफ़ी तैयार कर सकता है, जिसे आप सोच सकते हैं। यह स्टारबक्स की मार्केटिंग रणनीति marketing strategy का ही जादू है, जिसकी वजह से ग्राहक वहां बार-बार जाना चाहते हैं, भले ही उन्हें इसके लिए ऊंची कीमत देनी पड़े।
स्टारबक्स अपना स्टोर भी ऐसे जगह रखता है जहां काफी लोग आते-जाते हों। अब ऐसे में स्टोर्स को देखकर वहां रुकना और अपनी पसंदीदा कॉफी ऑर्डर करना बेहद सामान्य है।
घर पर खुद से कॉफी बनाना इतना मुश्किल नहीं है और ना ही ज्यादा महंगा है लेकिन फिर भी ग्राहक स्टारबक्स की कॉफी से अपने दिन की शुरुआत करना चाहते हैं क्योंकि क्वालिटी और आराम हम सभी को चाहिए और स्टारबक्स इसी के लिए फेमस हैं।
स्टारबक्स ने कॉफी से अपनी शुरुआत की लेकिन धीरे-धीरे मांग को देखते हुए हेल्थी स्नैक्स, सैंडविचेस और हॉट ब्रेकफास्ट को भी अपने मेनू में शामिल किया। नए ड्रिंक्स और फूड आइटम्स उनके मेनू में शामिल होते रहते हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने चाय, कैफ़ीन फ्री ड्रिंक्स, वेगन स्नैक्स एंड कॉफी और ग्लूटेन फ्री ऑप्शंस भी रखे हैं ताकि सबकी डिमांड पूरी हो पाए।
ऐसा नहीं है कि आज के और 50 साल पुराने स्टारबक्स में कुछ बदला नहीं है। स्टारबक्स ने इनोवेशन का पूरा फायदा उठाया और अपना मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया ताकि वह ग्राहकों से जुड़े रह सके। इतना ही नहीं जब स्टारबक्स के स्टोर्स ऑस्ट्रेलिया के लोकल कैफे को कड़ी टक्कर नहीं दे पाए तो उन्होंने फिर से अपने स्टोर्स को ऐसी जगह खोलना शुरू किया जहां लोगों को आने में आसानी हो। इसके साथ-साथ उन्होंने एशिया, अफ्रीका, यूरोप और लैटिन अमेरिका के कई क्षेत्रों पर अपने स्टोर्स शुरू किए। वह नई-नई जगहों पर अपने स्टोर्स की शुरुआत तो कर रहे थे लेकिन इस वक्त भी उन्होंने ब्रांड आइडेंटिटी brand identity और क्वालिटी quality का पूरा ध्यान रखा।
बच्चों के लिए कैफ़ीन अच्छी नहीं होती इसीलिए स्टारबक्स ने इस बात का भी ध्यान रखा कि उनके पास हर उम्र के लोगों के लिए कुछ ना कुछ होना चाहिए। स्टारबक्स के किड फ्रेंडली स्टोर्स Starbucks kid-friendly stores पर आपको कैफ़ीन फ्री ड्रिंक्स और हेल्थी स्नैक्स आसानी से मिल जाएंगे और इसके साथ-साथ आपको और भी ऑप्शन जैसे हर्बल टी और एस्प्रेसो भी मिलेंगे, क्योंकि स्टारबक्स के पास सबके लिए कुछ है।
जैसा की आप देख सकते हैं कि स्टारबक्स के सफल होने के कई कारण हैं। इसकी कहानी और मार्केटिंग स्ट्रेटजी इतनी खास है कि हर व्यक्ति इससे कुछ ना कुछ सीख सकता है।
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