Zomato ने NSE के साथ साझेदारी की

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12 Nov 2024
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News Synopsis

गिग इकॉनमी के भीतर फाइनेंसियल लिटरेसी को बढ़ावा देने के लिए एक अग्रणी कदम के रूप में ज़ोमैटो Zomato ने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए फाइनेंसियल एजुकेशन प्रोग्राम को लॉन्च करने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज National Stock Exchange के साथ साझेदारी की है।

हैदराबाद के शिल्पकला वेदिका ऑडिटोरियम में ऑफिसियल रूप से उद्घाटन किए गए इस इवेंट में 2,000 से अधिक डिलीवरी पार्टनर्स ने भाग लिया, जिससे आने वाले वर्ष में 50,000 से अधिक पार्टनर्स तक पहुँचने के लिए पैन-इंडिया प्रयास की शुरुआत हुई।

यह पहल गिग वर्कर्स के लिए फाइनेंसियल अवेयरनेस में एक महत्वपूर्ण अंतर को संबोधित करती है, जिसका उद्देश्य ज़ोमैटो के डिलीवरी कर्मियों को पर्सनल फाइनेंस, इमरजेंसी सेविंग्स और आवश्यक फाइनेंसियल टूल्स के नॉलेज से लैस करना है।

वर्कशॉप्स और ट्रेनिंग सत्रों की एक सीरीज के माध्यम से ज़ोमैटो और एनएसई डिलीवरी पार्टनर्स को विभिन्न फाइनेंसियल साधनों पर मार्गदर्शन करेंगे, जिससे उन्हें अप्रत्याशित खर्चों के लिए तैयार होने और लॉन्ग-टर्म फाइनेंसियल इंडिपेंडेंस की दिशा में काम करने में मदद मिलेगी।

ज़ोमैटो ने हाल ही में अपने ऐप में एक फीचर पेश किया है, जो डिलीवरी पार्टनर्स को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने में सक्षम बनाता है, जिसने FY 2023-24 के लिए 85,000 से अधिक फाइलिंग की सुविधा प्रदान की, जिसके परिणामस्वरूप ₹12 करोड़ से अधिक का रिफंड हुआ। नया फाइनेंसियल लिटरेसी प्रोग्राम इस प्रयास का पूरक है, जो गिग वर्कर्स के बीच विवेकपूर्ण फाइनेंसियल प्लानिंग और स्टेबिलिटी को और प्रोत्साहित करता है।

एनएसई के चीफ बिज़नेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन Sriram Krishnan Chief Business Development Officer at NSE ने कहा "ज़ोमैटो के साथ यह साझेदारी गिग वर्कफ़ोर्स के भीतर फाइनेंसियल लिटरेसी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।" "डिलीवरी पार्टनर्स को फाइनेंसियल स्किल्स से लैस करके, हमारा लक्ष्य उनकी फाइनेंसियल इंडिपेंडेंस और ओवरआल फाइनेंसियल भलाई में योगदान देना है।"

ज़ोमैटो के सीईओ राकेश रंजन Rakesh Ranjan CEO of Zomato ने कहा "इस सहयोग के ज़रिए हमारा लक्ष्य डिलीवरी पार्टनर्स के लिए फाइनेंसियल लिटरेसी और ओवरआल वेल्बीइंग के स्टैंडर्ड्स को बढ़ाना है। 2,000 से ज़्यादा डिलीवरी पार्टनर्स ने पहले ही पहला कदम उठा लिया है, और हम आने वाले महीनों में इस प्रभाव को और बढ़ाने की उम्मीद कर रहे हैं।"

हाल ही में ज़ोमैटो ने "फ़ूड रेस्क्यू" नामक एक नया ऐप फ़ीचर भी लॉन्च किया है, जिससे यूजर्स रद्द किए गए ऑर्डर को रियायती दरों पर खरीद सकते हैं। ज़ोमैटो के को-फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल द्वारा घोषित इस पहल का उद्देश्य ऐसे भोजन को फिर से इस्तेमाल करना है, जो अन्यथा कस्टमर के रद्दीकरण के कारण बर्बाद हो जाता है।

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