पिछले कुछ सालों में रेल मंत्रालय ने यात्रियों की सुविधाओं पर तेजी से काम किया है। साल 2019 में सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत शुरू होने के बाद लंबी दूरी तय करना आसान हो गया। अब 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने वाली है।
क्या वंदे भारत लेगी शताब्दी और राजधानी की जगह? Will Vande Bharat replace Shatabdi and Rajdhani?
यह सवाल है कि क्या रेलवे शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस को हाई-स्पीड वंदे भारत स्लीपर ट्रेन से बदलने का प्लान कर रही है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें धीरे-धीरे शताब्दी एक्सप्रेस की जगह ले लेंगी। स्लीपर वंदे भारत शुरू होने के बाद मौजूदा राजधानी एक्सप्रेस का विकल्प बन सकती हैं।
1. गति: वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज ट्रेनों में से एक है। यह 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है, जो इसे शताब्दी एक्सप्रेस (130 किमी प्रति घंटा) और राजधानी एक्सप्रेस (160 किमी प्रति घंटा) से काफी तेज बनाती है।
2. त्वरण: वंदे भारत ट्रेन केवल 52 सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है, जो इसे अन्य ट्रेनों की तुलना में बहुत तेज़ बनाती है।
3. आराम: वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों के लिए आरामदायक सीटें, पर्याप्त लेगरूम और हेडरूम, एयर कंडीशनिंग, और व्यक्तिगत प्रकाश व्यवस्था है।
4. सुविधाएं: वंदे भारत एक्सप्रेस में कई सुविधाएं हैं जो यात्रा को अधिक सुखद बनाती हैं, जैसे:
ऑटोमैटिक दरवाजे
बायो वैक्यूम शौचालय
एलईडी स्क्रीन मनोरंजन के लिए
वाई-फाई कनेक्टिविटी
चार्जिंग पॉइंट
यात्रियों के लिए भोजन और पेय पदार्थों की व्यवस्था
5. सुरक्षा: वंदे भारत एक्सप्रेस में कई सुरक्षा विशेषताएं हैं, जैसे:
सीसीटीवी कैमरे
फायर डिटेक्शन सिस्टम
स्वचालित आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम
6. स्वदेशी: वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से भारत में निर्मित है, जो इसे "मेक इन इंडिया" पहल "Make in India" initiative का एक प्रतीक बनाता है।
7. पर्यावरण के अनुकूल: वंदे भारत एक्सप्रेस अन्य ट्रेनों की तुलना में कम ऊर्जा का उपयोग करती है, जिससे यह पर्यावरण के लिए अधिक अनुकूल बन जाती है।
8. लोकप्रियता: वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों के बीच बहुत लोकप्रिय है, और इसकी टिकटें अक्सर जल्दी बिक जाती हैं।
वंदे भारत में सिर्फ चेयरकार हैं, जबकि शताब्दी में स्लीपर और चेयरकार दोनों हैं।
वंदे भारत की रफ्तार शताब्दी से ज्यादा है।
वंदे भारत का किराया शताब्दी से ज्यादा है।
जितनी वंदे भारत ट्रेनों की जरूरत है, उनको बनने में अभी समय लगेगा।
इस बीच, शताब्दी ट्रेनों को दूसरी रूट पर चलाया जाएगा।
कम दूरी की वंदे भारत ट्रेनों को संचालित किया जा रहा है।
'वंदे भारत मेट्रो' सेवा शुरू करने पर भी विचार किया जा रहा है।
निष्कर्ष
वंदे भारत भारतीय रेलवे के भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह संभव है कि आने वाले समय में वंदे भारत से शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस की जगह ले ली जाए।
वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह ट्रेन यात्रियों को तेज, आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करती है, और यह भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक भी है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू होने से यात्रियों को कई फायदे होंगे। यह ट्रेन कम समय में लंबी दूरी तय करेगी और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी।