WhatsApp ने मैसेज समरीज नामक एक इनोवेटिव फीचर शुरू की है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित है, ताकि यूजर्स को अपने अनरीड मैसेज को अधिक एफिशिएंसी से मैनेज करने में मदद मिल सके। यह नया टूल, जो Meta AI का उपयोग करता है, यूजर्स को प्राइवेट प्रोसेसिंग नामक टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्राइवेसी सुनिश्चित करते हुए अपने मैसेज का शार्ट समरीज प्राप्त करने की अनुमति देता है। शुरुआत में United States के यूजर्स के लिए उपलब्ध यह फीचर मैसेज की प्राइवेसी से समझौता किए बिना यूजर अनुभव को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
WhatsApp ने अपने मैसेज समरीज फीचर की क्षमताओं को रेखांकित किया। यह टूल इंडिविजुअल और ग्रुप चैट दोनों में एक्सेसिबल है, जो यूजर्स को अनरीड मैसेज को समरीज करने का ऑप्शन प्रदान करता है। विशेष रूप से यह फीचर डिफ़ॉल्ट रूप से बंद है, जिससे यूजर्स अपनी इच्छानुसार ऑप्ट इन कर सकते हैं। जब यूजर्स किसी चैट में "Unread Messages" आइकन पर टैप करते हैं, तो उन्हें मेटा AI द्वारा उत्पन्न समरीज की बुलेटेड लिस्ट प्राप्त होती है।
समरीज "visible only to you" लेबल वाली विंडो में प्रस्तुत किए जाते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है, कि कंटेंट प्राइवेट बनी रहे। WhatsApp इस बात पर ज़ोर देता है, कि मैसेज समरीज के पीछे की टेक्नोलॉजी, जिसे प्राइवेट प्रोसेसिंग के रूप में जाना जाता है, AI और WhatsApp दोनों को एक्चुअल मैसेज या उत्पन्न समरीज तक पहुँचने से रोकती है। वर्तमान में यह फीचर अमेरिका में यूजर्स के लिए अंग्रेज़ी में शुरू की जा रही है, इस वर्ष के अंत में एडिशनल भाषाओं और क्षेत्रों में विस्तार की योजना है।
WhatsApp की मूल कंपनी मेटा ने प्राइवेट प्रोसेसिंग के कामकाज के बारे में बताया है, जो नए फीचर का आधार है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर Trusted Execution Environment पर बनाया गया है, जो यूजर्स के लिए AI चैटबॉट के साथ बातचीत करने के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाता है। सिस्टम को एक मज़बूत ख़तरे के मॉडल के साथ डिज़ाइन किया गया है, और यह यूजर प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी सुनिश्चित करने के लिए तीन फाउंडेशनल आवश्यकताओं पर आधारित है।
पहली आवश्यकता कॉन्फिडेंशियल प्रोसेसिंग है, जो यह सुनिश्चित करती है, कि कोई भी बाहरी सिस्टम यूजर डेटा तक नहीं पहुँच सकता है, जबकि इसे प्रोसेस्ड या ट्रांसमिटेड किया जा रहा है। दूसरी आवश्यकता, लागू करने योग्य गारंटी का अर्थ है, कि यदि कोई थ्रेट एक्टर सिस्टम से समझौता करने की कोशिश करता है, तो यह या तो बंद हो जाएगा या प्रयास को पब्लिक रूप से वेरिफ़िएड कर देगा। तीसरी फाउंडेशनल आवश्यकता ट्रांसपेरेंसी की आवश्यकता पर जोर देती है, जिससे यूजर्स और सिक्योरिटी रिसर्चर इसके सिक्योरिटी क्लेम की पुष्टि करने के लिए Private Processing सिस्टम का ऑडिट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सिस्टम अपने प्राइवेसी फ्रेमवर्क के आवश्यक कंपोनेंट्स के रूप में नॉन-टार्गेटिंग स्टेटलेस प्रोसेसिंग और फॉरवर्ड सिक्योरिटी को शामिल करता है।
व्हाट्सएप की यूजर प्राइवेसी के प्रति कमिटमेंट मैसेज समरीज फीचर के डिज़ाइन में स्पष्ट है। प्राइवेट प्रोसेसिंग को नियोजित करके प्लेटफ़ॉर्म यह सुनिश्चित करता है, कि यूजर्स अनऑथराइज्ड एक्सेस के रिस्क के बिना अपने मैसेज को समरीज कर सकते हैं। यह टेक्नोलॉजी पर्सनल बातचीत की गोपनीयता बनाए रखते हुए AI के साथ सुरक्षित बातचीत की अनुमति देती है।
लागू करने योग्य गारंटी के इंप्लीमेंटेशन से यूजर का विश्वास और भी बढ़ जाता है। यदि कॉन्फिडेंशियल प्रोसेसिंग को बदलने का कोई प्रयास किया जाता है, तो सिस्टम या तो ऑपरेशन बंद कर देगा या वेरिफिएबल ट्रांसपेरेंसी के माध्यम से मॉडिफिकेशन को प्रकट करेगा। सिक्योरिटी के लिए यह प्रोएक्टिव एप्रोच न केवल यूजर डेटा की सुरक्षा करता है, बल्कि यूजर्स को सिस्टम की इंटरग्रिटी को वेरीफाई करने का अधिकार भी देता है।
जैसा कि व्हाट्सएप इस फीचर को जारी रखता है, इसका उद्देश्य एक सेअमलेस और सिक्योर मैसेज अनुभव प्रदान करना है, जो प्राइवेसी-फोकस्ड कम्युनिकेशन टूल्स में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करता है। मैसेज समरीज की शुरूआत डेटा सिक्योरिटी को प्राथमिकता देते हुए यूजर अनुभव को बढ़ाने के लिए एआई का उपयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।