1857 का संग्राम, जिसने बदल दी थी भारत में अंग्रेजों की कई नीतियां

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02 Aug 2022
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News Synopsis

देश को अंग्रेजी हुकूमत British Rule से निजात दिलाने के लिए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-1857 First War of Independence - 1857 को प्रथम भारतीय विद्रोह First Indian Rebellion के रूप में जाना जाता है। प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को सिपाही विद्रोह Sepoy Mutiny के नाम से भी जाना जाता है। यह ब्रिटिश शासन British Rule के विरुद्ध एक सशस्त्र विद्रोह Armed Rebellion था, जो दो वर्षों तक भारत के विभिन्न क्षेत्रों में चला था।

इस विद्रोह की शुरुआत मेरठ के छावनी क्षेत्रों में छोटी सी झड़पों के साथ शुरू हुई और पूरे देश में फैल गई। इस विद्रोह का अंत भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी East India Company के शासन की समाप्ति के साथ माना जाता है। देश की आजादी के लिए हुए इस प्रथम क्रांति को 164 साल पूरे हो चुके हैं। यह क्रांति देशभक्तों को हमेशा प्रेरणा देती रही है। अंग्रेजों के शासन के खिलाफ भारतीय सैनिकों Indian Soldiers ने 10 मई 1857 को संगठित क्रांति की शुरुआत की थी। जिसकी शुरुआत मेरठ से मंगल पांडेय Mangal Pandey ने किया था। यह क्रांति शुरू होने के बाद देश के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर भी तेज गति से फैल गया। देश के आजादी के सेनानियों ने ब्रिटिश सरकार के सामने अपने विद्रोह की चुनौती बहुत बड़े स्तर पर खड़ी कर दी।

वहीं इस क्रांति को दबाने के लिए ब्रिटिश हुकूमत ने लोगों के साथ जानवरों की तरह सलूक किया, लेकिन इसके बाद भी क्रांति नहीं रुकी। जिसके बाद इस क्रांति से डरे ब्रिटिशर्स ने अपने शासन में कई बदलाव Many Changes in Governance किए और 1857 की क्रांति को असफल बनाने की साजिशें शुरू कर दीं। इससे भी चैन नहीं मिला तो उन्होंने तत्कालीन शिक्षा और बौद्धिक जगत Education and Intellectual World में इन बातों (अफवाहों) का दस्तावेजीकरण Documentation करवाना शुरु कर दिया था।

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