टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया का शेयर 19 दिसंबर को लगातार दूसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुआ। आज यह स्टॉक करीब 6% (5.75%) की तेजी के साथ 11.95 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। यह उछाल उस घोषणा के बाद आई कि कंपनी ने सिक्योर्ड नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) के जरिए 3,300 करोड़ रुपए जुटाए हैं। ये फंड कंपनी के बिजनेस एक्सपैंशन और कैपिटल एक्सपेंडिचर में काम आएंगे। यह फंड कंपनी की सब्सिडियरी कंपनी वोडाफोन आइडिया टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के माध्यम से जुटाई गई। फाइलिंग के मुताबिक बड़े नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, फॉरेन इन्वेस्टर और ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स ने इस इश्यू में काफी रुचि दिखाई, जो NCD के दायरे से भी ज्यादा थी।
यह फंडरेज उस समय आया है, जब कंपनी ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से राहत पाई है। वोडाफोन आइडिया लंबे समय से फाइनेंशियल प्रेशर में है, क्योंकि सरकार के बकाया 2 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच गए थे, और दिवालियापन का खतरा मंडरा रहा था। अब ये बकाया राशि सुप्रीम कोर्ट के अक्टूबर के आदेश के तहत समीक्षा के अधीन है।
Vodafone Idea पर सरकार का कुल बकाया करीब 2 ट्रिलियन रुपए है। इसमें से 78,500 करोड़ रुपए सिर्फ AGR यानी एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू से जुड़ा हुआ बकाया है, जो सितंबर के अंत तक का आंकड़ा है। बाकी बड़ी रकम उस वायरलेस स्पेक्ट्रम के पेमेंट से संबंधित है, जिसे कंपनी ने अलग-अलग नीलामियों में खरीदा था। ये पेमेंट सरकार को लंबे समय तक किस्तों में किए जाने होते हैं। एनालिस्ट्स का मानना है, कि इतने बड़े बकाये को देखते हुए कंपनी का भविष्य पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है, कि सरकार उसे कितनी राहत या छूट देती है। अगर सरकार से मदद मिलती है, तो कंपनी को आगे बढ़ने का मौका मिल सकता है।
इस बीच वर्तमान वित्त वर्ष में वोडाफोन आइडिया 7,500 करोड़ रुपए से 8,000 करोड़ रुपए तक खर्च करने की योजना बना रही है। यह पैसा नेटवर्क को मजबूत करने और सेवाओं को बेहतर बनाने पर लगाया जाएगा। कंपनी वर्तमान वित्त वर्ष की पहली छमाही में ही 4,200 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। इस अमाउंट का इस्तेमाल 4G नेटवर्क कवरेज सुधारने और 5G सर्विस की शुरुआत के लिए किया गया है।
पिछले कुछ महीनों में वोडाफोन आइडिया के शेयर ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। अगस्त के बाद से शेयर लगातार ऊपर बना हुआ है, और अब तक करीब 100% की बढ़त दिखा चुका है। अगस्त में यह शेयर दो साल के सबसे निचले स्तर पर चला गया था। इसके बाद इसमें तेजी से सुधार हुआ और कंपनी के सितंबर तिमाही के उम्मीद से बेहतर नतीजों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। इसके अलावा अगले साल मोबाइल टैरिफ बढ़ने की उम्मीद और सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकार को कंपनी के बकाया पर पूरी राहत पर विचार करने की अनुमति मिलने की खबरों ने भी शेयर को मजबूती दी है।
फिलहाल वोडाफोन आइडिया का शेयर अपने FPO प्राइस 11 रुपए से ऊपर कारोबार कर रहा है। यह स्तर शेयर ने नवंबर के मध्य में करीब एक साल बाद दोबारा पार किया था। एक्सपर्ट्स का कहना है, कि शेयर की टेक्निकल स्थिति मजबूत दिख रही है, जिससे इसमें आगे भी तेजी आ सकती है। चॉइस ब्रोकिंग के एक्सपर्ट सुमीत बगड़िया के मुताबिक अगर शेयर 12.10 रुपए के ऊपर मजबूती से टिकता है, तो इसमें और तेजी देखने को मिल सकती है। ऐसे में शेयर 14 रुपए से 16 रुपए तक जा सकता है। हालांकि एक्सपर्ट निवेशकों को सलाह देते हैं, कि जोखिम से बचने के लिए 10.80 रुपए पर स्टॉप-लॉस जरूर रखें।