वनडे क्रिकेट के किंग ने रांची में रनों की रंगदारी की तो रायपुर में शानदार शतक लगाकर क्रिकेट का बाज़ार और दुनिया भर के करोड़ों फ़ैन्स का दिल लूट लिया है, कोहली ने 90 गेंदों पर 7 चौके और 2 छक्के लगाकर वनडे का 53वां और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का 84वां शतक अपने नाम कर लिया।
सिडनी में रन मशीन, रांची में शतक मशीन, रायपुर में टन मशीन- ये है, अंदाज़ किंग कोहली का। रांची में विराट कोहली ने वनडे का रिकॉर्ड 52वां और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का 83वां शतक पूरा किया तो रायपुर में रनों की बाढ़ लगाते हुए किंग ने अपने 84वें अंतर्राष्ट्रीय शतक पर मुहर लगा दी।
दो महीने पहले उनके करियर को लेकर आलोचक उनके वनडे करियर पर सवाल उठाते रहे, लेकिन अब 2027 वर्ल्ड कप तक वो शतकों का शतक पूरा कर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे या नहीं इस पर बहस तेज़ हो गई है।
रांची में उनके शतक के बाद वीरेन्द्र सहवाग ने लिखा था, “विराट ने फिर दिखा दिया कि रन बनाना उनके लिए उतना ही आसान है, जितना हमारे लिए रन बनाना। कोहली रिकॉर्ड का पीछा नहीं कर रहे, रिकॉर्ड कोहली का पीछा कर रहे हैं, आज भी भूख वही, जुनून वही। किंग हमेशा किंग रहेंगे!”
37 साल के विराट के नाम अब 84 शतक हो गए हैं, और वो अब वो सिर्फ़ वनडे फॉर्मैट ही खेलते हैं, ऐसे में अब से लेकर 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक उनके पास 100 शतक तक पहुंचने के लिए 40 से 50 वनडे खेलने का मौक़ा मिल सकता है, वनडे में वो अबतक 5.6 मैचों में एक शतक लगा पा रहे हैं, यानी इस रफ़्तार से वो शतकों के लेट नाइनटीज़ 90s तक ज़रूर पहुंचते दिख रहे हैं।
लेकिन विराट हर दिन अपनी फ़िटनेस को 20 साल के बांके जवान की तरह कर रहे हैं, नेट्स पर एक्स्ट्रा मेहनत करने से नहीं चूकते और छोटी-छोटी बातों में सुधार लाते रहते हैं, विराट ने अपना पहला वनडे मैच दांबुला में खेला था, जिसमें गौतम गंभीर के साथ ओपनिंग करते हुए उन्होंने 12 रन बनाए थे।
विराट की ख़ासियत है, कि वो अब भी बच्चों की तरह सीखते रहते हैं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बैटिंग कोच संजय बांगड़ ने STAR SPORTS से मैच से पहले बताया “ उनमें रनों की भूख बहुत ज़्यादा है, कल टीम के लिए ऑप्शनल प्रैक्टिस का दिन था, मगर वो फिर भी नेट्स पर आए और कड़ी मेहनत की। वो बहुत अच्छे स्पेस में नज़र आ रहे हैं।”
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने STAR SPORTS से कहा “ये बड़े खिलाड़ी की ख़ासियत है, कि आप किसी भी फॉर्म में हों आप नेट्स पर कड़ा अभ्यास करते हैं, विराट की ख़ासियत है, कि आप उन्हें रिवर्स स्वीप या स्कूप जैसे शॉट्स खेलते नहीं देखेंगे, वो प्रॉपर क्रिकेटिंग शॉट्स (क्रिकेट के किताबी शॉट्स) खेलते हैं, इसलिए उनसे ग़लतियां कम होती हैं।”
मैच से पहले पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान भी कहते हैं, “उन्होंने अपनी तकनीक में सुधार किया है, वो 'वी- V' में अपने शॉट्स खेल रहे हैं, विराट ज़बरदस्त फॉर्म में हैं।”
आज गंभीर कोच और विराट, रोहित के साथ टीम इंडिया के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं, उनका मैजिक लगातार सर चढ़कर बोल रहा है, विराट शतकों का शतक बना पाएंगे या नहीं इसकी भविष्यवाणी बहुत पहले खुद सचिन तेंदुलकर कर चुके हैं, क्रिकेट का सुपरस्टेज और दुनिया भर के फ़ैन्स सचिन की भविष्यवाणी को सच होते देखना चाहते हैं।