यूपी सरकार ने 1000 करोड़ रुपये की लागत से नंद बाबा दूध मिशन योजना शुरू की

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12 Jun 2023
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News Synopsis

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक तरफ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और दुग्ध उत्पादकों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए 1000 करोड़ रुपये की लागत से नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना Nand Baba Milk Mission Scheme शुरू की है।

मिशन के तहत ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों Rural Milk Producers को उचित बाजार उपलब्ध कराने के साथ-साथ सटीक डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने, प्रति पशु दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने के लिए गांवों में दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जाएगा।

इस संबंध में डेयरी विकास विभाग के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील Commissioner of Dairy Development Department Shashi Bhushan Lal Sushil ने कहा कि पूरे देश में 221 मिलियन मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता है, और अकेले यूपी में 33 मिलियन मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता है।

उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी दूध उत्पादक राज्य है। पूरे देश में 221 मिलियन मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता है, जबकि अकेले यूपी में 33 मिलियन मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता है। वहीं उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 444 ग्राम दूध उपलब्ध है। जबकि प्रदेश में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध की उपलब्धता 392 ग्राम है। दुग्ध संग्रहण में संगठित एवं असंगठित क्षेत्रों की भागीदारी क्रमश: 21 प्रतिशत एवं 79 प्रतिशत है।

उन्होंने आगे कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादकों के लिए बाजार की उपलब्धता कम है, लेकिन संख्या बढ़ाने के प्रयास जारी हैं।

वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादकों के लिए बाजार की उपलब्धता की कमी है, लेकिन संख्या बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। इसी तरह मूल्यवर्धित पशु आहार/चारा और संगठित पशु आहार की संख्या बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रति पशु प्रति दिन दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा, जो यूपी में अन्य राज्यों की तुलना में कम है।

दूध प्रसंस्करण और सटीक डेयरी फार्मिंग Milk Processing and Precision Dairy Farming में आवश्यक कौशल की कमी के मामले में कमियों को दूर करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। उचित मूल्य पर संसाधित दूध और दूध उत्पादों की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी और दूध प्रसंस्करण में संगठित क्षेत्र Organized Sector in Milk Processing की भागीदारी बढ़ेगी। भी जल्द ही विस्तारित किया जाएगा, उन्होंने कहा।

उन्होंने आगे कहा कि सीएम योगी CM Yogi ने इस मिशन का नाम नंद बाबा के नाम पर रखा क्योंकि वे दुनिया के सबसे बड़े गौपालक, दुग्ध संग्राहक, माखन उत्पादक और भगवान श्रीकृष्ण के पालक पिता थे।

उन्होंने कहा नंद बाबा के पास 9 लाख गायें थीं और उन्होंने लोगों की आजीविका के लिए 2 लाख गायें दान की थीं। इन सभी को ध्यान में रखते हुए इसे 'नंद बाबा मिल्क मिशन' नाम दिया गया है।

मिशन का लक्ष्य गाय से ग्राहक तक पहुंचना है। इसके अंतर्गत मूल्य श्रृंखला में उत्पादन-संग्रह-प्रसंस्करण-उपभोक्ता शामिल होता है। मिशन दूध उत्पादकता बढ़ाने, दूध संग्रह और प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाने, क्षमता विकास और मूल्य संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करेगा।

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