अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति के चलते टेस्ला ने संभावित आर्थिक असर को लेकर चिंता जताई है। कंपनी का कहना है कि इससे अन्य देशों की प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे अमेरिका में वाहनों के निर्माण की लागत बढ़ सकती है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो सकता है।
टेस्ला ने पत्र में जताई चिंता (Tesla Expresses Concern in Letter)
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (USTR) U.S. Trade Representative (USTR) जेमिसन ग्रीर को लिखे गए पत्र में टेस्ला ने बताया कि अमेरिकी निर्यातकों को टैरिफ नीतियों की वजह से नुकसान उठाना पड़ सकता है। 11 मार्च को लिखे गए इस पत्र में, जो कि रॉयटर्स ने रिपोर्ट किया, टेस्ला ने कहा:
"US exporters are inherently exposed to disproportionate impacts when other countries respond to US trade actions. For example, past trade actions by the United States have resulted in immediate reactions by the targeted countries, including increased tariffs on EVs imported into those countries."
यह पत्र ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और यूरोपियन यूनियन व कनाडा के बीच व्यापार तनाव बढ़ रहा है। इस मुद्दे से परिचित एक सूत्र के अनुसार, टेस्ला का यह पत्र ट्रंप प्रशासन को 'व्यापार नीति में असंतुलन' को दर्शाने का एक विनम्र तरीका है। यह दस्तावेज़ हस्ताक्षरित नहीं है क्योंकि कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने का डर है।
टेस्ला ने चेतावनी दी है कि बढ़े हुए टैरिफ अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत को काफी बढ़ा सकते हैं, जिससे उनकी वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा घट सकती है। कंपनी ने सरकार से महत्वपूर्ण कच्चे माल जैसे लिथियम और कोबाल्ट पर टैरिफ पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया, क्योंकि अमेरिका में इनकी सीमित आपूर्ति है।
कंपनी ने सप्लाई चेन को लोकलाइज करने के प्रयासों पर जोर दिया, जिसमें नेवाडा के रेनो में स्थित गीगाफैक्ट्री और टेक्सास के कॉर्पस क्रिस्टी में लिथियम प्रोसेसिंग सुविधा शामिल है। हालांकि, कंपनी ने यह भी कहा कि कुछ आवश्यक कंपोनेंट्स को अमेरिका में प्राप्त करना अब भी कठिन है।
टेस्ला Tesla ने USTR से आग्रह किया कि अमेरिकी निर्माताओं को अनावश्यक व्यापार प्रतिबंधों से बचाने के लिए घरेलू सप्लाई चेन की सीमाओं का आकलन किया जाए। फाइनेंशियल टाइम्स ने टेस्ला के पत्र में कहा:
"As a US manufacturer and exporter, Tesla encourages USTR to consider the downstream impacts of certain proposed actions taken to address unfair trade practices."
यह पत्र अमेरिकी व्यापार नीतियों की समीक्षा करने के लिए USTR द्वारा मांगी गई सार्वजनिक टिप्पणियों का हिस्सा था। टेस्ला पहले भी ट्रंप प्रशासन के दौरान इसी तरह की चिंताएं व्यक्त कर चुका है जब व्यापक टैरिफ लगाए गए थे।
एलन मस्क Elon Musk ने ट्रंप के साथ लंबे समय से अच्छे संबंध बनाए रखे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने ट्रंप के पुनर्निर्वाचन अभियान में 250 मिलियन डॉलर से अधिक खर्च किए। हालांकि, टेस्ला को हाल ही में बाज़ार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस साल की शुरुआत से कंपनी के शेयर 40% गिर चुके हैं, जिसका मुख्य कारण घटती बिक्री और आर्थिक अस्थिरता को बताया जा रहा है।
टेस्ला को यूरोप में भी उपभोक्ता असंतोष का सामना करना पड़ रहा है, जहां कुछ ग्राहक मस्क के दक्षिणपंथी राजनीतिक संबंधों से नाखुश हैं। अमेरिका में भी टेस्ला शोरूम प्रदर्शनकारियों का केंद्र बन गए हैं, जो मस्क की सरकारी नीतियों में भूमिका की आलोचना कर रहे हैं।
टेस्ला की टैरिफ को लेकर चेतावनी के बावजूद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प U.S. President Donald Trump ने मस्क और उनकी कंपनी को पूरा समर्थन दिया है। हाल ही में व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में, ट्रंप ने मस्क को "सच्चा महान अमेरिकी" कहा और टेस्ला वाहन खरीदने का वादा किया। उन्होंने इस वादे को निभाते हुए एक लाल मॉडल S सेडान खरीदी, जिससे टेस्ला ब्रांड के प्रति अपना समर्थन दिखाया।
टेस्ला द्वारा ट्रंप प्रशासन को लिखे गए पत्र से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिकी व्यापार नीतियों के कारण कंपनियों को वैश्विक बाज़ार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी ने सरकार से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आवश्यक कंपोनेंट्स पर टैरिफ कम करने और घरेलू सप्लाई चेन की सीमाओं की समीक्षा करने का अनुरोध किया है। टेस्ला को वर्तमान में बाजार की अस्थिरता और उपभोक्ता असंतोष जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर उसकी स्थिति अमेरिका के EV उद्योग के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बनी रहेगी।