दुनिया की मशहूर इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla ने भारत में अपने पैर जमाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। एलन मस्क के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने हरियाणा के गुरुग्राम में अपना पहला चार्जिंग स्टेशन ऑफिसियल तौर पर शुरू कर दिया है। यह ब्रांड अभी देश में मॉडल Y इलेक्ट्रिक SUV बेचता है, और कंपनी को अभी देश में धीमी शुरुआत मिल रही है। ब्रांड ने हाल ही में 27 नवंबर 2025 को गुरुग्राम में अपना पहला ऑल-इन-वन सेंटर खोला है।
यह नया स्टेशन गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड स्थित डीएलएफ होराइजन सेंटर (DLF Horizon Center) में बनाया गया है। हाल ही में गुरुग्राम में ही टेस्ला सेंटर के उद्घाटन के बाद यह कंपनी की दूसरी बड़ी उपलब्धि है।
गुरुग्राम के इस सुपरचार्जिंग स्टेशन को होराइजन सेंटर के सरफेस पार्किंग एरिया में स्थापित किया गया है। यहां कंपनी ने अत्याधुनिक तकनीक वाले चार V4 सुपरचार्जर्स लगाए हैं, जो 250 kW की अधिकतम चार्जिंग स्पीड प्रदान करते हैं। इसके अलावा यहां तीन डेस्टिनेशन चार्जर भी लगाए गए हैं, जिनकी स्पीड 11 kW है।
टेस्ला का दावा है, कि इन सुपरचार्जर्स की मदद से 'मॉडल Y' को महज 15 मिनट चार्ज करके लगभग 275 किलोमीटर तक की रेंज हासिल की जा सकती है। यह सुविधा उन ग्राहकों के लिए बेहद खास है, जो लंबी यात्रा के दौरान कम समय में अपनी गाड़ी चार्ज करना चाहते हैं।
टेस्ला के जनरल मैनेजर शरद अग्रवाल Sharad Agarwal ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य केवल कार बेचना नहीं, बल्कि भारत में एक मजबूत चार्जिंग इकोसिस्टम तैयार करना है। गुरुग्राम के अलावा टेस्ला वर्तमान में दिल्ली और मुंबई में भी अपने स्टेशन संचालित कर रही है। अब तक देश भर में टेस्ला के कुल 3 चार्जिंग स्टेशन हो गए हैं, जिनमें कुल मिलाकर 12 सुपरचार्जर और 10 डेस्टिनेशन चार्जर मौजूद हैं। कंपनी ग्राहकों की लाइफस्टाइल को ध्यान में रखकर इस नेटवर्क को और तेजी से बढ़ाने की योजना बना रही है। हालांकि बुनियादी ढांचे के विस्तार के बीच टेस्ला की शुरुआती बिक्री की रफ्तार थोड़ी धीमी रही है।
सरकारी पोर्टल वाहन के आंकड़ों के अनुसार सितंबर में अपनी डिलीवरी शुरू करने के बाद से टेस्ला ने भारत में अब तक कुल 157 गाड़ियां बेची हैं। नवंबर महीने में कंपनी ने केवल 48 कारों की डिलीवरी दी, जो बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज जैसे स्थापित लक्जरी ब्रांडों की तुलना में काफी कम है। फिलहाल टेस्ला भारत में अपनी 'मॉडल Y' इलेक्ट्रिक एसयूवी बेच रही है, जिसकी कीमत लगभग 60 लाख रुपये से शुरू होती है। जानकारों का मानना है, कि जैसे-जैसे चार्जिंग नेटवर्क बढ़ेगा, भारतीय बाजार में टेस्ला की पकड़ और मजबूत होगी।
यह इलेक्ट्रिक एसयूवी (SUV) दो वेरिएंट में उपलब्ध है। रियर-व्हील ड्राइव (RWD) वेरिएंट के साथ आती है। जो 60kWh LFP बैटरी के साथ 500 किमी (WLTP) तक की रेंज देती है। अगर रफ्तार की बात करें तो ये 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार 5.9 सेकंड के अंदर पकड़ लेती है। इसके अलावा लॉन्ग रेंज रियर व्हील ड्राइव जिसकी रेंज 622 किमी है, 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार 5.6 सेकंड में पकड़ लेती है। दोनों मॉडल की टॉप स्पीड से 201 किमी/घंटा तक सीमित है। टेस्ला ने यह भी दोहराया है, कि वह भारत में अपने रिटेल और अनुभव केंद्रों के साथ-साथ ग्राहकों को होम चार्जिंग सपोर्ट भी प्रदान करेगी।