टाटा मोटर्स जनवरी से कार की कीमतों में 3% की बढ़ोतरी करेगी

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10 Dec 2024
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News Synopsis

टाटा मोटर्स Tata Motors ने घोषणा की कि वह अपने सभी पैसेंजर व्हीकल्स के दाम में 3% तक की बढ़ोतरी करेगी, जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल भी शामिल हैं। कंपनी ने कहा कि जनवरी 2025 से कीमत में बढ़ोतरी मॉडल और वैरिएंट के आधार पर अलग-अलग होगी और इनपुट कॉस्ट और इन्फ्लेशन में वृद्धि को आंशिक रूप से ऑफसेट करने के लिए की जा रही है।

यह कदम ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में इसी तरह के प्राइस एडजस्टमेंट के साथ संरेखित है, जहां निर्माता रॉ मटेरिल्स, एनर्जी और लोजिस्टिक्स की हाई कॉस्ट से जूझ रहे हैं।

मारुति सुजुकी Maruti Suzuki ने जनवरी 2025 से अपने व्हीकल्स की कीमतों में वृद्धि करने की योजना की घोषणा की। यह बढ़ोतरी जो 4% तक होने की उम्मीद है, विभिन्न मॉडलों में अलग-अलग होगी। कंपनी के अनुसार यह निर्णय बढ़ती इनपुट कॉस्ट और बढ़ते ऑपरेशनल एक्सपेंसेस की प्रतिक्रिया के रूप में लिया गया है।

हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड Hyundai Motor India Ltd ने घोषणा की है, कि वह 1 जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल लाइनअप में कीमतें बढ़ाएगी। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब हुंडई ने कहा है, कि उसे बढ़ती इनपुट कॉस्ट, प्रतिकूल एक्सचेंज रेट्स और बढ़ते लॉजिस्टिक्स एक्सपेंसेस का सामना करना पड़ रहा है।

जर्मन लग्जरी कार निर्माता ऑडी ने 1 जनवरी से अपने पूरे मॉडल रेंज में कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है। इस बढ़ोतरी से एक्स-शोरूम कीमतों में 3% तक की वृद्धि होगी। ऑडी ने बढ़ती इनपुट और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट को कीमतों में वृद्धि का कारण बताया।

बीएमडब्ल्यू ने भी हाल ही में 1 जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल रेंज में 3% तक की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है। यह निर्णय बढ़ती लागतों को संबोधित करने और प्रीमियम क्वालिटी स्टैंडर्ड्स को बनाए रखने की कंपनी की स्ट्रेटेजी का हिस्सा था।

डुकाटी ने हाल ही में अपने मोटरसाइकिल लाइनअप में चुनिंदा मॉडलों के लिए प्राइस रिवीजन की घोषणा की, जो 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। यह एडजस्टमेंट नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, कोच्चि, हैदराबाद, चंडीगढ़, अहमदाबाद और कोलकाता सहित भारत भर में सभी डुकाटी डीलरशिप पर स्पेसिफिक मॉडलों और वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमतों पर लागू होगा।

इसी तरह मर्सिडीज-बेंज जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल रेंज की एक्स-शोरूम कीमतों में संशोधन करेगी। मॉडल के आधार पर कीमत में 3% तक की बढ़ोतरी होगी। मर्सिडीज-बेंज ने इस एडजस्टमेंट को बढ़ती इनपुट लागत, इन्फ्लेशन के दबाव और बढ़े हुए लॉजिस्टिक्स एक्सपेंसेस के लिए जिम्मेदार ठहराया, जो कंपनी की ऑपरेशनल कॉस्ट और ओवरआल फाइनेंसियल परफॉरमेंस को प्रभावित कर रहे हैं।

इंडस्ट्री अनलिस्ट्स का सुझाव है, कि हालांकि इस तरह की बढ़ोतरी शार्ट टर्म में मांग को प्रभावित कर सकती है, लेकिन अक्सर निर्माताओं के लिए लॉन्ग-टर्म  फाइनेंसियल स्टेबिलिटी और व्हीकल डिजाइन और टेक्नोलॉजी में निरंतर इनोवेशन सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक होता है।

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