Tata Motors ने PLI इंसेंटिव के रूप में 527 करोड़ का क्लेम किया

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26 May 2025
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News Synopsis

अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में स्थानीयकरण के प्रयासों को रेखांकित करते हुए टाटा मोटर्स Tata Motors ने कहा कि उसने फाइनेंसियल ईयर 2025 के दौरान ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए सरकार की PLI Scheme के तहत इंसेंटिव के रूप में 527 करोड़ रुपये की मान्यता दी है।

कंपनी ने कहा "FY25 में हमने FY24 के लिए अप्रूवल और मनी प्राप्त होने पर ₹527 करोड़ का PLI इंसेंटिव प्राप्त किया और FY25 के लिए TCA अप्रूवल के आधार पर भी अर्जित किया।"

सरकार ने एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग वैल्यू चेन में निवेश आकर्षित करने के लिए 2021 में 25,938 करोड़ रुपये का आउटपुट-लिंक्ड इंसेंटिव शुरू किया।

इंसेंटिव "determined sales value" पर लागू होते हैं, जिसे आधार वर्ष की तुलना में किसी विशेष वर्ष की इंक्रीमेंटल एलिजिबल सेल के रूप में परिभाषित किया जाता है।

इस स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और हाइड्रोजन फ्यूल सेल के कंपोनेंट्स के लिए 13% से 18% तक इंसेंटिव की पेशकश की जाती है, जबकि अन्य AAT प्रोडक्ट्स को 8% से 13% के बीच इंसेंटिव मिलता है।

टाटा मोटर्स को FY24 के लिए निर्धारित सेल के लिए 142.13 करोड़ रुपये का इंसेंटिव मिला। टाटा मोटर्स के एएटी प्रोडक्ट्स की एलिजिबल सेल में टियागो ईवी, स्टारबस ईवी और ऐस ईवी शामिल थे, जिनकी कुल सेल 1,380.24 करोड़ रुपये थी।

कंपनी ने कहा "FY25 के लिए ग्रुप ने उन प्रोडक्ट्स पर 385 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है, जहां Domestic Value Addition क्राइटेरिया पूरे किए गए और Techno Commercial Audit पूरा हो गया।"

क्लेम किए गए कुल 527 करोड़ रुपये के पीएलआई इंसेंटिव में पैसेंजर व्हीकल डिवीज़न के लिए 352 करोड़ रुपये और कमर्शियल व्हीकल डिवीज़न के लिए 175 करोड़ रुपये शामिल हैं।

टाटा मोटर्स वर्तमान में भारत में सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार मेकर है, जिसने FY25 में 64,269 यूनिट की सेल की है।

टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेश चंद्रा Shailesh Chandra ने कहा "ईवी सेगमेंट में हम हाई लेवल के स्थानीयकरण, एग्रेसिव कॉस्ट में कमी और पीएलआई बेनिफिट्स हासिल करने के दम पर पॉजिटिव ईबीआईटीडीए हासिल करने वाले कुछ ग्लोबल मैन्युफैक्चरर में से एक बन गए हैं।"

कंपनी टियर 1 स्तर पर 75-80% स्थानीयकरण के साथ अपनी स्ट्रेटेजी में एक प्रमुख अंतर के रूप में स्थानीयकरण पर भरोसा कर रही है।

कंपनी ने कहा "स्थानीयकरण का यह हाई लेवल महत्वपूर्ण अगिलिटी, कॉस्ट बेनिफिट्स और बढ़ी हुई सप्लाई चेन रेसिलिएंस प्रदान करता है। ऑपरेशनल बेनिफिट्स से परे यह भारत के ईवी इकोसिस्टम के लॉन्ग-टर्म ग्रोथ में भी सार्थक योगदान देता है।"

"हमारे मजबूत स्थानीयकरण प्रयासों ने हमें सरकार की पीएलआई स्कीम के तहत अर्हता प्राप्त करने और बेनिफिट्स प्राप्त करने में सक्षम बनाया है, जिसका उपयोग हम सस्टेनेबल मोबिलिटी में अपने भविष्य के निवेश को फंड देने के लिए करेंगे।"

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