Swiggy QIP: स्विगी का 10,000 करोड़ का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट ऑफर 9 दिसंबर को खुल रहा है। एक दिन पहले ही इस फ़ूड और क्विक-कॉमर्स कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने भारत के कंज्यूमर इंटरनेट स्पेस में सबसे बड़े इक्विटी फंड रेज के प्रपोजल को मंज़ूरी दी थी। कंपनी ने कहा कि 14 नवंबर 2025 के नोटिस में बताए गए रेज़ोल्यूशन को शेयरहोल्डर्स ने जरूरी मेजॉरिटी के साथ पास कर दिया है। कम्पनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स ने पिछले महीने QIP के ज़रिए 10,000 करोड़ रुपये जुटाने के प्लान को मंज़ूरी दी थी।
स्विगी ने कहा कि स्पेशल रेज़ोल्यूशन उसकी एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) में पास हुआ था। कुल 76.40 परसेंट शेयरहोल्डर्स ने वोट में हिस्सा लिया, जिसमें से 99.47 परसेंट वोट प्रस्ताव के पक्ष में पड़े। हाल ही में स्विगी ने रैपिडो में अपनी हिस्सेदारी को भी मोनेटाइज किया, जिससे इंस्टीट्यूशनल शेयर सेल से पहले लिक्विडिटी बढ़ी।
QIP के खुलने के बाद स्टॉक 1.40% के तेजी के साथ 391.25 रुपये पर करोबार कर रहा था। एक साल में ये स्टॉक करीब 27 फीसद नीचे गया है, जबकि 6 महीने में इसमें 7 प्रतिशत की तेजी आई है।
यह नवंबर 2024 के IPO के बाद स्विगी का पहला इक्विटी फंडरेज़ होगा। कंपनी ने आईपीओ के जरिए 390 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस पर लगभग 4,500 करोड़ रुपये जुटाए थे। सितंबर तिमाही तक कंपनी ने अपने IPO से मिली रकम का 80% से ज़्यादा हिस्सा पहले ही इस्तेमाल कर लिया था, जिसका ज़्यादातर हिस्सा इंस्टामार्ट के नुकसान की भरपाई और विस्तार के लिए इस्तेमाल किया गया था।
कंपनी को QIP से बड़े पैमाने पर फंड रेजिंग की उम्मीद थी। इससे आईपीओ से ग्लोबल इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स तक पहुंचने की उम्मीद है। इस प्रस्ताव के तहत स्विगी को योग्य क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल खरीदारों को 10,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा के इक्विटी शेयर जारी करने का अधिकार है। कंपनी को शेयरों की इस बिक्री से फ़ूड डिलीवरी, इंस्टामार्ट और नए बिज़नेस वर्टिकल्स में विस्तार के लिए काफ़ी पैसा मिल जाएगा।
कंपनी ने शेयर सेल को मैनेज करने के लिए तीन बैंकों को शॉर्टलिस्ट किया है — सिटीग्रुप इंक, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी की इंडियन यूनिट्स, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी।
फंड जुटाने का काम सेक्टर में बढ़ती डिमांड और बढ़ते कॉम्पिटिशन के बीच हो रहा है। स्टार्टअप्स Amazon.com और वॉलमार्ट इंक के सपोर्ट वाले फ्लिपकार्ट के साथ मुकाबला कर रहे हैं, ताकि आस-पड़ोस के वेयरहाउस और फ्लीट के नेटवर्क से शहरों को कवर किया जा सके। ये कंपनियां किराने के सामान से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक सब कुछ जल्दी डिलीवर करने के व्यापार में लगी हैं।
यह फंड रेज ऐसे समय में हो रहा है, जब तेज़ी से बढ़ते क्विक-कॉमर्स मार्केट में कॉम्पिटिशन बहुत ज़्यादा है, और अगले कुछ तिमाहियों में इसके और भी ज़्यादा रहने की उम्मीद है। स्विगी इंस्टामार्ट और इसके कॉम्पिटिटर ब्लिंकिट और ज़ेप्टो इन दिनों मार्केट शेयर के लिए तेज़ी से विस्तार कर रहे हैं।
ब्लिंकिट ने हाल ही में अपने ऑपरेशन को आगे बढ़ाने के लिए 600 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिससे इस साल जुटाए गए कुल फंड 2,100 करोड़ रुपये हो गए हैं।
जेप्टो ने भी हाल ही में एक फंडिंग राउंड में $450 मिलियन जुटाए हैं, जो क्विक-कॉमर्स वॉर में कैपिटल के बढ़ते वेटेज को दिखाता है।
कंपनी ने संकेत दिया है, कि नए कैपिटल का इस्तेमाल अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने, ग्रोथ के मौकों को फंड करने और अपने प्लेटफॉर्म पर इन्वेस्टमेंट को सपोर्ट करने के लिए किया जाएगा।