सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित बहुप्रतीक्षित मेगा स्विगी Swiggy का आईपीओ 6 नवंबर को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है, जो 8 नवंबर को बंद हो जाएगा। इस आईपीओ के माध्यम से स्विगी की योजना लगभग 11,300 करोड़ जुटाने की है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार स्विगी के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 371 रुपये से 390 रुपये प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया है।
ऊपरी प्राइस बैंड पर स्विगी इंडिया का वैल्यूएशन प्रभावशाली 11.3 बिलियन डॉलर आंका गया है, जो इंडियन फूड डिलीवरी मार्केट में कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
आईपीओ में 4,499 करोड़ का नया इश्यू शामिल होगा, साथ ही मौजूदा शेयरहोल्डर्स द्वारा सेल के लिए प्रस्ताव भी शामिल होगा, जो 17.5 करोड़ शेयरों को बेचने का इरादा रखते हैं। कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन प्लान के तहत स्विगी के कर्मचारियों के लिए 7.5 लाख शेयरों का रिजर्वेशन एलोकेटेड किया गया है।
स्विगी ने आईपीओ में Qualified Institutional Buyers के लिए 75% रिजर्वेशन रखा है, जबकि 15% नॉन-इन्स्टिटूशनल इन्वेस्टर्स के लिए निर्धारित है, तथा शेष 10% रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए उपलब्ध होगा।
कंपनी ने आईपीओ के ज़रिए जुटाई गई रकम के इस्तेमाल के लिए विस्तृत प्लान की रूपरेखा तैयार की है। स्विगी अपनी सहायक कंपनी स्कूटसी में 1,343.5 करोड़ निवेश करने की योजना बना रही है।
इसके अलावा 703 करोड़ इसकी टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए एलोकेटेड किए गए हैं, जबकि 1,115 करोड़ ब्रांड मार्केटिंग और बिज़नेस प्रमोशन के लिए अलग रखे गए हैं। शेष राशि का उपयोग अकार्बनिक विकास और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
स्विगी का 11,300 करोड़ रुपये का आईपीओ अगर पूरी तरह सब्सक्राइब हो जाता है, तो यह भारत की सबसे बड़ी पब्लिक लिस्टिंग में शुमार हो जाएगा। इससे पहले इसी महीने हुंडई मोटर इंडिया का रिकॉर्ड तोड़ 27,856 करोड़ का आईपीओ आया था, जो देश के आईपीओ मार्केट में तीव्र गतिविधि के दौर को दर्शाता है।
2014 में स्थापित स्विगी भारत भर में 200,000 से अधिक रेस्टोरेंट्स के साथ साझेदारी करता है, जो दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में फ़ूड पहुंचाता है।
कंपनी तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स सेक्टर में अन्य प्रमुख खिलाड़ियों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करती है, जिसमें ज़ोमैटो लिमिटेड, अमेज़ॅन की भारत यूनिट और टाटा ग्रुप की बिगबास्केट शामिल हैं।
स्विगी के आईपीओ का मैनेज टॉप फाइनेंसियल संस्थानों द्वारा किया जा रहा है, जिनमें सिटी, जेपी मॉर्गन, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेफरीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एवेंडस कैपिटल और बोफा सिक्योरिटीज शामिल हैं।
लीगल काउंसल सिरिल अमरचंद मंगलदास द्वारा दी जाती है। सितंबर में स्विगी को देश की नई गोपनीय आईपीओ फाइलिंग प्रोसेस के तहत सूचीबद्ध होने के लिए Securities and Exchange Board of India से मंजूरी मिली।