फ़ूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स की दिग्गज कंपनी Swiggy ने पश्चिम एशियाई ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म नून के सीईओ फ़राज़ खालिद को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त करने और बोर्ड से दो प्रमुख निवेशक प्रतिनिधियों के हटने की घोषणा की।
स्विगी के फाउंडर और ग्रुप सीईओ श्रीहर्ष मजेटी Sriharsha Majety ने कहा "फ़राज़ खालिद ई-कॉमर्स के सबसे विशनरी लीडर्स में से एक हैं, जो एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करने, ऑपरेशन का विस्तार करने और बेहतर कस्टमर अनुभव प्रदान करने में एक्सटेंसिव एक्स्पर्टीज़ रखते हैं।"
शेयरहोल्डर की मंज़ूरी के अधीन खालिद की नियुक्ति, स्विगी के बोर्ड में वैल्युएबल इंटरनेशनल अनुभव लेकर आएगी। उनके लीडरशिप में नून एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से एक कम्प्रेहैन्सिव कंस्यूमर कॉमर्स इकोसिस्टम के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें क्विक कॉमर्स और फ़ूड डिलीवरी सेगमेंट शामिल हैं, जो स्विगी की अपनी बिज़नेस स्ट्रेटेजी के साथ निकटता से जुड़े हैं। नून से पहले खालिद ने नामशी की सह-स्थापना की थी, जिसने इसे पश्चिम एशिया में एक क्षेत्रीय फ़ैशन लीडर के रूप में स्थापित किया।
सॉफ्टबैंक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के मैनेजिंग पार्टनर और ईएमईए एवं भारत के हेड सुमेर जुनेजा और एक्सेल के साझेदार आनंद डैनियल ने अपने नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पदों से इस्तीफा दे दिया है। पिछले साल कंपनी की पब्लिक लिस्ट में शामिल होने के बाद बोर्ड से इस्तीफा देने वालों की सीरीज में यह लेटेस्ट कदम है।
"अन्य प्रोफेशनल कमिटमेंट और प्री-ऑक्यूपेशन" के कारण ये इस्तीफे स्विगी के लिए एक स्वाभाविक प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं, क्योंकि यह सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों की तरह एक अधिक स्वतंत्र बोर्ड स्ट्रक्चर की ओर बढ़ रहा है। इससे पहले इसी साल की शुरुआत में डेल्हीवरी के साहिल बरुआ ने बोर्ड से इस्तीफा दिया था।
कंपनी ने कहा "स्विगी में उल्लेखनीय प्रगति और वैल्यू क्रिएशन के बाद नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर सुमेर जुनेजा और आनंद डैनियल बोर्ड में प्रतिनिधित्व से पीछे हट रहे हैं। यह बदलाव कंपनी की स्ट्रेटेजिक डायरेक्शन, एग्जीक्यूटिव लीडरशिप और गवर्नेंस फ्रेमवर्क में उनके विश्वास को दर्शाता है।"
स्विगी के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर और चेयरपर्सन आनंद कृपालु ने निवर्तमान बोर्ड मेंबर्स के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा "हम सुमेर और आनंद को उनके अमूल्य योगदान के लिए हार्दिक धन्यवाद देते हैं। दोनों शुरुआती दिनों से ही स्विगी से जुड़े रहे हैं, और उनके विश्वास और सलाह ने मैनेजमेंट टीम को स्विगी को भारत के सबसे प्रिय कंस्यूमर इंटरनेट ब्रांडों में से एक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
बोर्ड में ये बदलाव सॉफ्टबैंक पोर्टफोलियो कंपनियों के बीच एक व्यापक रुझान को दर्शाते हैं, जहाँ जापानी निवेश दिग्गज आमतौर पर IPO के समय या उसके तुरंत बाद बोर्ड में प्रतिनिधित्व छोड़ देते हैं। मीशो, पेटीएम और पीबी फिनटेक सहित सॉफ्टबैंक समर्थित अन्य कंपनियों में भी इसी तरह के बदलाव देखे गए हैं।
2014 में स्थापित स्विगी यूनिक कन्वेनैंस प्रदान करके अर्बन कंस्यूमर के लिए जीवन की क्वालिटी को बढ़ाने की दृष्टि से भारत का अग्रणी ऑन-डिमांड कन्वेनैंस प्लेटफार्म है। यह कंस्यूमर्स को सैकड़ों शहरों में 250,000 से अधिक रेस्टोरेंट पार्टनर्स से जोड़ता है। इसकी क्विक कॉमर्स ग्रॉसरी सर्विस इंस्टामार्ट 25 से अधिक शहरों में मौजूद है। स्विगी डाइनआउट यूजर्स को देश भर के करीब 34 शहरों में डाइनिंग आउट और इवेंट जैसी हाई-यूसेज कैटेगरी में अनुभव प्रदान करता है। इनोवेटिव टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए स्विगी परेशानी मुक्त, तेज और विश्वसनीय डिलीवरी अनुभव प्रदान करता है। स्विगी के डिलीवरी अधिकारियों द्वारा दिया गया प्रत्येक ऑर्डर बिजली की तेजी से डिलीवरी, कोई न्यूनतम ऑर्डर मूल्य नहीं, लाइव ऑर्डर ट्रैकिंग और 24/7 कस्टमर सपोर्ट जैसी कस्टमर-सेंट्रिक फीचर्स की मेजबानी सुनिश्चित करता है।