स्टार्टअप में निवेश घटकर 6.8 अरब डॉलर पर पहुंचा

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11 Jul 2022
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News Synopsis

पीडब्ल्यूसी इंडिया PwC India ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि लगातार तीन तिमाहियों में 10 अरब डॉलर से अधिक जुटाने के बाद इंडियन स्टार्टअप कंपनियों Indian startup companies में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान निवेश 40 फीसदी घटकर 6.8 अरब डॉलर रह गया है। आपको बता दें कि भू-राजनीतिक संकट Geo-political crisis के कारण स्टार्टअप कंपनियों को मिलने वाले निवेश में कमी आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार कुल निवेश में 95 फीसदी मुंबई और एनसीआर Mumbai and NCR के स्टार्टअप को मिला है। इस दौरान सिर्फ 4 स्टार्टअप यूनिकॉर्न Unicorn बनने में सफल रहे। 

अगर देखा जाये तो वैश्विक स्तर पर 1,200 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टार्टअप में निवेश को सामान्य होने में एक से डेढ़ साल लग सकते हैं। स्टार्टअप में कमी की सबसे बड़ी वजह विदेशी निवेशकों का जुलाई में अब तक घरेलू शेयर बाजार से 4,096 करोड़ रुपये निकलना रहा हैं। हालांकि पिछले कुछ हफ्तों से इनकी बिकवाली में गिरावट decline in selling आ रही है। 

आपको बता दें कि स्टार्टअप किसी भी व्यापार के उस शुरुआती बिंदु या अवधि को कहा जाता है जब वह व्यापार विकसित होने के लिए तैयार हो रहा होता है। सरल शब्दों में कहें तो जब कोई व्यापार शुरू किया जाता है तो वह अपने आप को बाजार में सही से स्थापित करने के लिए कुछ समय लेता है इस समय के दौरान उस व्यापार को उद्योग न कहकर स्टार्टअप की श्रेणी में रखा जाता है। इस समय के दौरान सरकार उस नए स्टार्टअप को टैक्स इत्यादि में विशेष छूट देती है ताकि वह बाजार की प्रतिस्पर्धा में टिक सके। इसी नए उद्योग को स्टार्टअप कहा जाता है।

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