एसएंडपी की रिपोर्ट: रुपए में कमजोरी से 50 फीसदी घरेलू कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि

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11 Nov 2022
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News Synopsis

भारतीय रुपए Indian Rupee में डॉलर Dollar के मुकाबले रुपये में गिरावट सरकार Government के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, वहीं देश के केंद्रीय बैंक Central Bank आरबीआई RBI के लिए ये सिरदर्द बन गई है। लेकिन वहीं ये भारतीय कंपनियों Indian Companies के लिए मुनाफे का जरिया भी साबित हुई है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स S&P Global Ratings ने बृहस्पतिवार को एक रिपोर्ट में जानकारी देते हुए कहा है कि उसकी रेटिंग वाली भारतीय कंपनियों में करीब 50 फीसदी का मुनाफा रुपए में गिरावट की वजह से बढ़ा है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि सूचना प्रौद्योगिकी Technology, धातु और रसायन क्षेत्र Metals & Chemicals Sector की इन कंपनियों की कमाई का बड़ा हिस्सा अमेरिकी डॉलर से जुड़ा है। इसलिए रुपए में गिरावट का इन पर कोई असर नहीं पड़ा है बल्कि अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट Earning Before Interest, टैक्स Tax, डेप्रिसिएशन व अमॉर्टाइजेशन Depreciation & Amortization यानी ईबीआईटीडीए EBITDA में इजाफा हुआ है। एसएंडपी ने कहा कि दूरसंचार जैसे घरेलू मांग से संबंधित क्षेत्र भी रुपये में गिरावट से अधिक प्रभावित नहीं हुए क्योंकि उन्होंने वित्तीय नुकसान से बचाव का बेहतर बंदोबस्त किया था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू मुद्रा में गिरावट के बावजूद विप्रो Wipro, इन्फोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज  Infosys and HCL Technologies जैसी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियां Information Technology Companies विशेषतौर पर लाभ में रही। इसकी प्रमुख है कि ये कंपनियां अपनी सेवाओं का डॉलर में निर्यात करती हैं, जबकि लागत रुपये में आती है।

वेदांता रिसोर्सेज जैसी स्थानीय धातु कंपनियों की कमाई में इजाफा हुआ है। कंपनी का अपना अनुमान है कि जब-जब रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक रुपये गिरेगा, उसका सालाना ईबीआईटीडीए करीब 5 करोड़ डॉलर बढ़ जाएगा।

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