फेस्टिव सीजन की धीमी शुरुआत के बाद दिवाली से पहले पिछले सप्ताह स्मार्टफोन की सेल में तेजी आई है, जिसमें ब्रांड रिटेलर्स को अधिक मार्जिन के साथ भारी डिस्काउंट और ऑफर दे रहे हैं।
मार्केट ट्रैकर्स और रिटेलर्स के अनुसार शनिवार को वीक-ऑन-वीक सेल में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई, दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों में लगभग 30% की वृद्धि हुई।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार फेस्टिव सीजन की सेल के पहले चरण में वॉल्यूम में 3-4% की ईयर-ऑन-ईयर गिरावट देखी गई थी, जबकि वैल्यू में 8% की वृद्धि हुई थी। रिटेलर्स ने कहा कि दशहरा के करीब ऑफ़लाइन चैनल में सेल बढ़नी शुरू हो गई और दिवाली से ठीक पहले चरम पर पहुंच जानी चाहिए। मार्केट ट्रैकर्स के अनुसार ऐतिहासिक रूप से दिवाली के आसपास ऑफ़लाइन रिटेल सेल की हिस्सेदारी लगभग 60% रही है।
इस साल इंडस्ट्री को रेगुलर सेल पीरियड की तुलना में फेस्टिव सीजन की सेल वैल्यू में 60-65% की वृद्धि की उम्मीद है।
यह डिक्सन टेक्नोलॉजीज Dixon Technologies जैसी कंपनियों द्वारा स्मार्टफोन प्रोडक्शन में तेज वृद्धि के कारण हुआ है, जिसने श्याओमी, ओप्पो और मोटोरोला सहित अपने प्रमुख कस्टमर्स से प्रोडक्शन वॉल्यूम में वृद्धि के कारण रेवेनुए दोगुना कर दिया।
ईकॉमर्स मार्केटप्लेस जैसे कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट भी हाई-एंड मोबाइल फोन, खासकर Samsung और Apple के पुराने मॉडल पर भारी छूट दे रहे हैं।
मोबाइल फोन कंपनियों ने अपने सेल लक्ष्य को लगभग 40-50% तक बढ़ा दिया है, जो रिटेलर्स को एडिशनल 1-2% मार्जिन की ऑफरिंग कर रहे हैं, जो लक्ष्य हासिल करने में सक्षम हैं। कुछ फर्म एक्सटेंडेड वारंटी भी दे रही हैं।
हाई-एंड हैंडसेट की मांग ने एवरेज सेल्लिंग कीमतों को 1,000-23,000 रुपये तक बढ़ा दिया है, कि सैमसंग, वीवो और ऐप्पल के प्रीमियम स्मार्टफोन की उच्च मांग है, जबकि श्याओमी अपने बजट 5 जी स्मार्टफोन की अधिक मांग देख रही है।
देश भर में लगभग 150,000 मोबाइल फोन रिटेलर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले All India Mobile Retailers Association के फाउंडर कैलाश लख्यानी ने कहा "रिटेलर्स के बीच आशा है, कि इस मौसम में सेल बेहतर होगी, क्योंकि ब्रांडों और जनरल रिटेलर्स दोनों की ओर से प्रीमियमीकरण और अट्रैक्टिव कंस्यूमर ऑफर जैसे लकी ड्रॉ, फ्री गिफ्ट और कैश डिस्काउंट शामिल हैं।"
कैलाश लखायनी Kailash Lakhyani ने कहा कि चुनौतियां बनी हुई हैं, खासकर ऑनलाइन चैनलों में कम कीमतों के कारण। उन्होंने कहा "शुक्र है, कि लंबी किस्त अवधि और जीरो डाउन पेमेंट की अफ्फोर्डेबिलिटी के कारण अधिक कंस्यूमर्स मार्केट में आ रहे हैं।"