एसबीआई फास्टैग: State Bank of India ने अपने फास्टैग के लिए एक नया डिज़ाइन लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य पैसेंजर्स की ट्रेवल के समय को कम करना और टोल फीस डिस्क्रेपेन्सिएस को दूर करना है। "बैंक ने Vehicle Class (वीसी-04) कैटेगरी में एसबीआई फास्टैग के लिए एक नया डिज़ाइन पेश किया है। एडवांस्ड फास्टैग डिज़ाइन व्हीकल की पहचान और टोल कलेक्शन एफिशिएंसी को बढ़ाता है, जिसका उद्देश्य भारत में लाखों पैसेंजर्स के लिए ट्रेवल के समय को कम करना है।"
एसबीआई फास्टैग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है, ताकि टैग से जुड़े प्रीपेड या सेविंग्स अकाउंट से सीधे टोल पेमेंट की सुविधा मिल सके। व्हीकल की विंडस्क्रीन पर चिपका हुआ यह टैग ड्राइवरों को कैश ट्रांसक्शन के लिए रुके बिना टोल प्लाजा से गुजरने में सक्षम बनाता है। इसे ऑथॉरिज़ेड टैग इस्सुएर्स से प्राप्त किया जा सकता है, और यदि इसे प्रीपेड अकाउंट से जोड़ा जाता है, तो इसे रेगुलर रूप से रिचार्ज या टॉप-अप की आवश्यकता होती है।
एसबीआई ने स्पष्ट किया है, कि नया डिज़ाइन किया गया फास्टैग विशेष रूप से Vehicle Class 4 के लिए है, जिसमें जीप, कार और वैन शामिल हैं। अपडेट किए गए डिज़ाइन का उद्देश्य व्हीकल की पहचान को बढ़ाना और टोल कलेक्शन प्रोसेस में तेज़ी लाना है, जिससे पैसेंजर्स के लिए ट्रेवल का समय कम हो। 30 अगस्त से उपलब्ध नए टैग का उद्देश्य व्हीकल्स की सटीक पहचान सुनिश्चित करना है, जिससे टोल कर्मचारी गलत तरीके से क्लासिफाइड व्हीकल्स के साथ किसी भी समस्या का तुरंत समाधान कर सकें। इस पहल से टोल प्लाजा ऑपरेशन को सुव्यवस्थित करने और टोल फीस कलेक्शन में ओवरआल एफिशिएंसी में सुधार होने की उम्मीद है।
नया FASTag डिज़ाइन खास तौर पर Vehicle Class 4 के लिए बनाया गया है, जिसमें कार, जीप और वैन शामिल हैं। इस लक्षित अपडेट का उद्देश्य व्हीकल पहचान की सटीकता में सुधार करना और इन विशिष्ट प्रकार के व्हीकल्स के लिए टोल कलेक्शन प्रोसेस को सुव्यवस्थित करना है।
Improved vehicle identification: बेहतर FASTag डिज़ाइन व्हीकल पहचान को बेहतर बनाता है, जिससे टोल प्लाज़ा ऑपरेटर्स व्हीकल्स को सटीक रूप से पहचान पाते हैं। यह सुधार यह सुनिश्चित करने में मदद करता है, कि व्हीकल्स को सही ढंग से क्लासिफाइड किया गया है, जिससे टोल ट्रांसक्शन आसान हो जाता है, और टोल फीस कलेक्शन में एरर कम होती हैं।
Reduced chargebacks: नया फास्टैग डिजाइन गलत टोल फीस को रोककर चार्जबैक मामलों को कम करने में मदद करता है, जिससे सरकार और टोल रियायतग्राहियों दोनों के रेवेनुए में वृद्धि हो सकती है।
Quicker toll payments: सुव्यवस्थित टोल कलेक्शन प्रोसेस से पेमेंट में तेज़ी आती है, जिससे टोल प्लाज़ा पर पैसेंजर्स के लिए प्रतीक्षा समय में काफ़ी कमी आती है। इस वृद्धि का उद्देश्य ड्राइवरों के लिए टोल ट्रांसक्शन को अधिक कुशल और परेशानी मुक्त बनाना है।