बीएस-6 वाहनों में सीएनजी और एलपीजी किट के रेट्रोफिटिंग की मिली इजाजत

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24 Aug 2022
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News Synopsis

भारत सरकार Government of India ने बड़ा फेरबदल करते हुए बीएस-6 उत्सर्जन मानदंडों  BS-VI Emission Norms को पूरा करने वाले पेट्रोल और डीजल व्हीकल्स Petrol and Diesel Vehicles में सीएनजी और एलपीजी किट CNG and LPG Kits के रेट्रो फिटमेंट Retro Fitment की छूट दे दी है। मौजूदा वक्त में रेट्रो फिटमेंट के जरिए ऐसे संशोधनों Modifications की अनुमति सिर्फ उन वाहनों में है जो बीएस-4 उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय Ministry of Road Transport and Highways (MoRTH) ने एक अधिसूचना में जानकारी देते हुए कहा है कि मंत्रालय ने बीएस (भारत स्टेज) -6 पेट्रोल वाहनों पर सीएनजी और एलपीजी किट के रेट्रोफिटमेंट और 3.5 टन से कम BS6 वाहन के मामले में डीजल इंजन को सीएनजी या एलपीजी इंजन के साथ रिप्लेस करने के लिए अधिसूचित किया है।

अधिसूचना ने रेट्रोफिटमेंट किट के लिए टाइप अप्रूवल जरूरतों को भी तय किया है। मंत्रालय ने आगे कहा है कि, सीएनजी एक पर्यावरण के अनुकूल ईंधन Environment Friendly Fuels है और पेट्रोल और डीजल जैसे फॉसिल फ्यूल Fossil Fuel (जीवाश्म ईंधन) की तुलना में कार्बन मोनोऑक्साइड Carbon Monoxide, हाइड्रोकार्बन Hydrocarbons, पार्टिकुलेट मैटर Particulate Matter और धुएं के उत्सर्जन स्तर को कम करने का दावा करता है। साथ ही मंत्रालय ने ये भी कहा कि यह अधिसूचना हितधारकों के परामर्श से तैयार की गई है।

पेट्रोल या डीजल की तुलना में एक स्वच्छ ईंधन समाधान होने के अलावा, सीएनजी या ऑटो एलपीजी फॉसिल फ्यूल विकल्पों की तुलना में काफी सस्ते भी हैं। पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के साथ, देश भर में सीएनजी और ऑटो एलपीजी की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। जबकि, फैक्ट्री-फिटेड सीएनजी कारों Factory-fitted CNG cars की उपलब्धता की कमी और सीएनजी या ऑटो एलपीजी के लिए ईंधन भरने वाले स्टेशनों की कमी वाहन मालिकों के सामने आने वाली कुछ परेशानियां भी हैं। 

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