लगातार चौथी बार रेपो रेट में वृद्धि करेगा आरबीआई!, महंगाई है बड़ी वजह

345
26 Sep 2022
min read

News Synopsis

देश के केंद्रीय बैंक Central Banks यानी भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India (आरबीआई) RBI मंहगाई  Inflation पर काबू पाने के लिए लगातार चौथी बार रेपो दर Repo Rate बढ़ा सकता है। इसके लिए वह यूएस फेडरल रिजर्व US Federal Reserve समेत अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों Central Banks की भी राय ले सकता है। रिजर्व बैंक ने मई के बाद से रेपो रेट में 140 बेसिक पॉइंट्स Basic Points (बीपीएस) की वृद्धि की है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि केंद्रीय बैंक इसे अब 50 बेसिक पॉइंट्स की वृद्धि के साथ तीन वर्षों में उच्च स्तर (5.9 प्रतिशत) पर ले जा सकता है।

केंद्रीय बैंक ने मई में रेपो रेट में 40 बेसिक पॉइंट्स और जून व अगस्त में 50 बेसिक पॉइंट्स की बढ़ोतरी की थी। वर्तमान में 5.4 फीसदी है। जबकि, उपभोक्ता मूल्य आधारित Consumer Price Based (सीपीआई) खुदरा महंगाई ने मई में नरमी के संकेत दिखाना शुरू कर दिया था लेकिन अगस्त में यह फिर से बढ़कर 7 प्रतिशत हो गई। केंद्रीय बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति Consumer Price Based तैयार करते समय खुदरा महंगाई को ध्यान में रखता है।

आरबीआई गवर्नर के नेतृत्व वाली मौद्रिक नीति समिति Monetary Policy Committee (एमसीपी) बुधवार से अपनी तीन दिवसीय बैठक शुरू करने वाली है। इस बैठक के फैसले की घोषणा शुक्रवार 30 सितंबर को की जाएगी। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने हाल में ही महंगाई में पर नियंत्रण पाने के लिए ब्याज दरों में 0.75 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया है।

लगातार तीसरी बार वृद्धि के बाद बैंक का बेंचमार्क फंड दर बढ़कर 3 प्रतिशत से बढ़कर 3.25 फीसदी हो गया है। ब्रिटेन और यूरोपीय संघ UK and EU के केंद्रीय बैंकों ने भी महंगाई पर काबू पाने के लिए दरों में वृद्धि की है।

Podcast

TWN In-Focus