रविचंद्रन अश्विन Ravichandran Ashwin ने इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के बाद पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने यह घोषणा की। यह टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा भी मौजूद थे।
रविचंद्रन अश्विन हालांकि डोमेस्टिक और फ्रेंचाइजी लीगों में भाग लेना जारी रखेंगे, क्योंकि पिछले महीने सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित आईपीएल 2025 की नीलामी में उनकी पूर्व टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा था।
38 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा "मैं इसे अपने बारे में नहीं बनाना चाहता था, अगर (जसप्रीत) बुमराह या आकाशदीप यहां होते तो बेहतर होता, लेकिन रोहित शर्मा दुर्भाग्यशाली हैं, कि मैं उनके साथ हूं। इंटरनेशनल लेवल पर सभी प्रारूपों में इंडियन क्रिकेटर के रूप में यह मेरा आखिरी दिन होगा। मुझे लगता है, कि एक क्रिकेटर के तौर पर मुझमें अभी भी दमखम बाकी है, लेकिन मैं शायद इसे क्लब लेवल पर दिखाना चाहूंगा।"
रविचंद्रन अश्विन टेस्ट मैचों में भारत के लिए दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के रूप में रिटायर हुए। कैरम-बॉल स्पेशलिस्ट ने 106 मैचों में 537 विकेट लिए, जो कि दिग्गज अनिल कुंबले से सिर्फ़ पीछे हैं, जिन्होंने 132 मैचों में 619 विकेट लिए हैं। उन्होंने भारत को ICC टेस्ट रैंकिंग में टॉप स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
स्पिनर ने कहा "मैंने रोहित शर्मा और अपने कई साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाई हैं, भले ही हमने पिछले कुछ सालों में उनमें से कुछ को खो दिया है, (रिटायरमेंट के कारण)। हम ओजी के लास्ट बंच हैं, हम ऐसा कह सकते हैं। मैं इसे इस स्तर पर खेलने की अपनी तारीख के रूप में चिह्नित करूंगा। जाहिर है, कि बहुत से लोगों को धन्यवाद देना है, लेकिन अगर मैं बीसीसीआई और साथी टीम के साथियों को धन्यवाद नहीं देता तो मैं अपने कर्तव्यों में विफल हो जाऊंगा।"
इसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने रोहित शर्मा को गले लगाया और कमरे से बाहर निकल गए। इससे पहले उन्हें ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ कुछ पल बिताते हुए देखा गया था, जब ब्रिसबेन में पांचवें दिन बारिश के कारण खेल रोक दिया गया था। विराट कोहली उनके बगल में बैठे थे, और उन्होंने स्पिनर के कंधों पर हाथ रखा था, जिसके बाद दोनों ने गले भी लगाया।
अगर हम लिमिटेड ओवरों में अश्विन के आंकड़ों पर गौर करें, तो उन्होंने 116 वनडे और 65 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमशः 156 और 72 विकेट लिए हैं।
अश्विन ने आखिरी बार इंटरनेशनल क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट मैच में हिस्सा लिया था, जिसमें भारत 10 विकेट से हार गया था। तब अश्विन ने एक विकेट लिया था।
अश्विन भारत की 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा थे, और उन्होंने भारत के दो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
अश्विन की चमक सिर्फ़ गेंद तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि वे बल्ले से भी भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं, हाल ही में उन्होंने इस साल की शुरुआत में चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ़ पहले टेस्ट में कमाल दिखाया था। उन्होंने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 195 रन की साझेदारी की थी, जिससे भारत मैच में वापसी कर सका था। अश्विन ने तब 133 गेंदों पर 113 रन बनाए थे।
अगर हम उनके ओवरआल परफॉरमेंस पर नज़र डालें तो अश्विन के नाम छह टेस्ट शतक और 14 अर्धशतक हैं, जो उन्हें एक विश्वसनीय बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित करते हैं। वनडे में भी उनके नाम एक अर्धशतक दर्ज है।